सेंसेक्स में 500 अंक से ज्यादा की गिरावट:निफ्टी भी 150 अंक गिरा, ऑटो सेक्टर में सबसे ज्यादा बिकवाली
सेंसेक्स आज यानी 21 फरवरी को 500 अंक से ज्यादा की गिरावट के साथ 75,220 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। निफ्टी में भी 150 अंक की गिरावट है, ये 22,740 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 23 में गिरावट और 7 में तेजी है। निफ्टी के 50 शेयरों में से 42 में गिरावट और 8 में तेजी है। NSE सेक्टोरल इंडेक्स के ऑटो सेक्टर में सबसे ज्यादा 1.09% की गिरावट है। एशियाई बाजारों में मिलाजुला कारोबार कल गिरावट के साथ बंद हुआ था बाजार इससे पहले कल यानी 20 फरवरी को सेंसेक्स 203 अंक की गिरावट के साथ 75,735 के स्तर पर बंद हुआ था। निफ्टी में भी 19 अंक की गिरावट रही, ये 22,913 के स्तर पर बंद हुआ था। वहीं, BSE स्मॉलकैप 599 अंक चढ़कर 46,054 के स्तर पर बंद हुआ था। सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 15 में गिरावट और 15 में तेजी थी। निफ्टी के 50 शेयरों में से 22 में गिरावट और 28 में तेजी थी। NSE सेक्टोरल इंडेक्स के बैंकिंग, IT, फार्मा और FMCG सेक्टर गिरावट के साथ बंद हुए थे।

सेंसेक्स में 500 अंक से ज्यादा की गिरावट: निफ्टी भी 150 अंक गिरा, ऑटो सेक्टर में सबसे ज्यादा बिकवाली
Kharchaa Pani - टीम नेतानगरी द्वारा
आज भारतीय शेयर बाजार में भारी गिरावट देखने को मिली है। सेंसेक्स ने 500 अंक से ज्यादा की गिरावट दर्ज की है, जिसके चलते निवेशक चिंता में हैं। निफ्टी भी पीछे नहीं रहा, जिसमें 150 अंकों की गिरावट आई। इस गिरावट का सबसे बड़ा कारण ऑटो सेक्टर में बिकवाली बताई जा रही है। आइए जानते हैं इस गिरावट के पीछे के कारण और इसका बाजार पर असर।
बाजार का समीक्षा: गिरावट के प्रमुख कारण
जैसे ही बाजार की खुलने का समय आया, सेंसेक्स ने 590 अंक की गिरावट के साथ अपने कारोबार की शुरुआत की। यह गिरावट मुख्य रूप से चार प्रमुख कारकों के कारण हुई: वैश्विक बाजारों में कमजोरी, निवेशकों की हिचकिचाहट, बढ़ती महंगाई दर, और केंद्रीय बैंकों द्वारा ब्याज दरों में बढ़ोतरी की आशंका। इसके साथ ही, ऑटो सेक्टर में जारी बिकवाली ने बाजार की धारणा को और कमजोर कर दिया।
ऑटो सेक्टर में बिकवाली की वजह
इस गिरावट में ऑटो सेक्टर सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है। कंपनियों के तिमाही नतीजों ने बाजार को निराश किया है क्योंकि बिक्री में कमी आ रही है। उदाहरण स्वरूप, टाटा मोटर्स, महिंद्रा और बजाज ऑटो जैसी कंपनियों के शेयरों में बड़ी गिरावट देखने को मिली है। इसके अलावा, सरकार की नई नीतियों और सख्त इकोनॉमिक डेटा ने भी इस क्षेत्र में अनिश्चितता बढ़ा दी है।
निवेशकों के लिए सलाह
इस समय निवेशकों के लिए सलाह है कि वे धैर्य बनाए रखें। बाजार के उतार-चढ़ाव सामान्य हैं, और लंबी अवधि में निवेश में लाभकारी बन सकते हैं। इसके अलावा, विशेषज्ञों का कहना है कि इस गिरावट का मूल्यांकन करने के लिए आने वाले आर्थिक संकेतकों पर ध्यान देना आवश्यक है। अगर आप नए निवेशक हैं, तो मौजूदा गिरावट को एक खरीदारी के अवसर के रूप में देख सकते हैं।
निष्कर्ष
इस प्रकार, आज का दिन भारतीय शेयर बाजार के लिए निराशाजनक रहा। सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ने बड़ी गिरावट दर्ज की, जो मुख्य रूप से ऑटो सेक्टर में हुई बिकवाली से प्रेरित था। अगर आप निवेश के बारे में सोच रहे हैं, तो इस समय यही सबसे अच्छा समय है समझदारी से निवेश करने का। जैसे-जैसे बाजार स्थिति में सुधार होगा, संभावित रिटर्न में सुधार भी होगा।
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