सेंसेक्स 400 पॉइंट गिरकर 73,700 से नीचे आया:निफ्टी में 100 अंकों से ज्यादा की गिरावट, अमेरिकी बाजार 4% तक फिसले

अमेरिकी बाजारों में भारी गिरावट के बाद हफ्ते के दूसरे कारोबारी दिन आज यानी, मंगलवार 11 मार्च को सेंसेक्स भी 400 पॉइंट की गिरावट के साथ 73,700 से नीचे कारोबार कर रहा हैं। निफ्टी में भी 100 अंकों की गिरावट है, ये 22,350 पर आ गया है। सबसे ज्यादा गिरावट आईटी, मीडिया और मेटल शेयरों में है। निफ्टी आईटी, मीडिया और मेटल इंडेक्स करीब 1.50% नीचे हैं। निफ्टी पीएसयू बैंक, निफ्टी रियल्टी, ऑटो और ऑयल एंड गैस इंडेक्स में भी करीब 1% की गिरावट है। इंडसइंड बैंक का शेयर 10% नीचे हैं। नैस्डैक कंपोजिट में 4.00% की गिरावट अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की टैरिफ पॉलिसी के कारण डाओ जोन्स 890 अंक (2.08%) गिरकर 41,911 के स्तर पर बंद हुआ। नैस्डैक कंपोजिट में 4.00% की गिरावट आई। ये 728 अंक गिरकर 17,468 पर आ गया है। SP 500 इंडेक्स में 2.70% की गिरावट आई है। मार्केट वैल्यू में 350 लाख करोड़ से अधिक की गिरावट सोमवार को SP 500 अपने 19 फरवरी के रिकॉर्ड उच्च स्तर से 8.6% नीचे बंद हुआ है। तब से इसकी मार्केट वैल्यू में 4 ट्रिलियन डॉलर (करीब 350 लाख करोड़ रुपए) से अधिक की गिरावट आई है। नैस्डैक भी अपने दिसंबर के उच्च स्तर से 10% से ज्यादा गिर चुका है। बाजार में गिरावट का कारण रेसिप्रोकल टैरिफ (जैसा को तैसा) लगाने की ट्रम्प की धमकी से बाजार में अनिश्चितता है। ट्रम्प ने कहा, 'हम रेसिप्रोकल टैरिफ लगाएंगे। चाहे वो कोई भी देश हो- भारत या चीन, वे हम पर जितना चार्ज करते हैं, हम भी उतना ही करेंगे। हम व्यापार में बराबरी चाहते हैं। रेसिप्रोकल का मतलब होता है- तराजू के दोनों पलड़े को बराबर कर देना। यानी एक तरफ 1 किलो भार है तो दूसरी तरफ भी एक किलो वजन रख कर बराबर कर देना। ट्रम्प इसे ही बढ़ाने की बात कर रहे हैं। यानी भारत अगर कुछ चुनिंदा वस्तुओं पर100% टैरिफ लगाता है, तो अमेरिका भी उस तरह के प्रोडक्ट्स पर 100% टैरिफ लगाएगा। एशियाई बाजारों में भी गिरावट सोमवार को सेंसेक्स 217 अंक गिरकर 74,115 के स्तर पर बंद हुआ हफ्ते के पहले कारोबारी दिन कल यानी, सोमवार 10 मार्च को सेंसेक्स 217 अंक की गिरावट के साथ 74,115 के स्तर पर बंद हुआ था। निफ्टी में 92 अंकों की गिरावट रही, ये 22,460 के स्तर पर बंद हुआ। रियल्टी और ऑयल एंड गैस शेयरों में सबसे ज्यादा फिसले। निफ्टी रियल्टी और ऑयल एंड गैस इंडेक्स 2% नीचे बंद हुआ। सरकारी बैंकों के इंडेक्स में 1.86% की गिरावट रही। ऑटो इंडेक्स भी 1.22% फिसला। निफ्टी एफएमसीजी इंडेक्स सबसे ज्यादा 0.22% चढ़ा है। सेंसेक्स पर पावर ग्रिड का शेयर सबसे ज्यादा 2.85% ऊपर बंद हुआ। ------------------------- ये खबर भी पढ़ें... ट्रम्प बोले- भारत टैरिफ में कटौती पर सहमत: अब हमारे देश को लूटना बंद हुआ; दो दिन पहले भारत पर 100% टैरिफ की बात कही थी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने शुक्रवार देर रात कहा, 'भारत हमसे बहुत ज्यादा टैरिफ वसूलता है। आप भारत में कुछ भी नहीं बेच सकते। हालांकि भारत अब अपने टैरिफ में बहुत कटौती करना चाहता है, क्योंकि हम उनके किए की पोल खोल रहे हैं।' पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें... 'आंख के बदले आंख' की तर्ज पर टैरिफ लगाएंगे ट्रम्प: भारत को हर साल ₹61 हजार करोड़ का नुकसान, अमेरिकी सामान सस्ते हो सकते हैं अमेरिका 2 अप्रैल से भारत पर 'आंख के बदले आंख' की तर्ज पर रेसिप्रोकल टैरिफ लगाएगा। इसका मतलब यह कि भारत जितना टैरिफ अमेरिकी कंपनियों से आने वाले सामान पर लगाएगा, अमेरिका भी उतना ही टैरिफ भारतीय कंपनियों के अमेरिका जाने वाले सामान पर लगाएगा। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें...

Mar 11, 2025 - 09:34
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सेंसेक्स 400 पॉइंट गिरकर 73,700 से नीचे आया:निफ्टी में 100 अंकों से ज्यादा की गिरावट, अमेरिकी बाजार 4% तक फिसले
अमेरिकी बाजारों में भारी गिरावट के बाद हफ्ते के दूसरे कारोबारी दिन आज यानी, मंगलवार 11 मार्च को सें

सेंसेक्स 400 पॉइंट गिरकर 73,700 से नीचे आया: निफ्टी में 100 अंकों से ज्यादा की गिरावट, अमेरिकी बाजार 4% तक फिसले

Kharchaa Pani द्वारा प्रस्तुत, यह आलेख वित्तीय बाजारों में पिछले दिन के उतार-चढ़ाव को दर्शाता है। लेख को संगीता शर्मा और राधिका जोशी ने मिलकर लिखा है। टीम नेटानगरी का यह प्रयास पाठकों को इस महत्वपूर्ण और रोचक विषय पर विस्तृत जानकारी प्रदान करना है।

परिचय

भारतीय शेयर बाजारों में एक बड़ी गिरावट देखने को मिली है, जिसमें सेंसेक्स 400 प्वाइंट गिरकर 73,700 से नीचे आ गया है। निफ्टी ने भी 100 अंकों से अधिक की गिरावट का सामना किया है। इस नुकसान के पीछे अमेरिकी बाजारों में आई गिरावट एक बड़ा कारण बनकर उभरी है। इस लेख में हम इस गिरावट के कारणों और इसके संभावित प्रभावों पर चर्चा करेंगे।

सेंसेक्स और निफ्टी की गिरावट के कारण

भारतीय बाजारों पर पड़ने वाले अमेरिकी बाजारों के प्रभाव को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। हाल ही में, अमेरिकी शेयर बाजार 4% तक गिर गए, जिसके बाद वैश्विक निवेशकों के मनोबल पर असर पड़ा। विशेषज्ञों का मानना है कि उच्च मुद्रास्फीति और ब्याज दरों के विषयों ने व्यापारियों को सतर्क कर दिया है।

बाजार में वर्तमान स्थिति

सेंसेक्स 400 प्वाइंट गिरकर 73,700 से नीचे आ गया है, जिससे निवेशकों में चिंता का माहौल बना हुआ है। साथ ही, निफ्टी में भी 100 प्वाइंट से ज्यादा की कमी दर्ज की गई है। बाजार में यह गिरावट तकनीकी रूप से महत्वपूर्ण थी, और निवेशक अब यह देखने के लिए उत्सुक हैं कि क्या यह गिरावट केवल अस्थायी है या फिर बाजार में एक दीर्घकालिक रुझान का संकेत है।

निवेशकों के लिए सलाह

विशेषज्ञ निवेशकों को सलाह देते हैं कि उन्हें अपने पोर्टफोलियो को संतुलित रखना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वे अपनी दीर्घकालिक योजनाओं पर ध्यान केंद्रित करें। शेयर बाजारों में उतार-चढ़ाव प्राकृतिक हैं, और ठोस फंडामेंटल्स के कारण कंपनियों की दीर्घकालिक संभावनाएं बेहतर हो सकती हैं।

निष्कर्ष

इस समय बाजार की स्थिति थोड़ी चुनौतीपूर्ण है, लेकिन दीर्घकालिक निवेशकों के लिए यह भी एक अवसर हो सकता है। सेंसेक्स और निफ्टी में आई गिरावट, संभावित रूप से एक सबक है कि बाजार हमेशा बदलते रहते हैं। निवेशकों को धैर्य रखना चाहिए और बाजार के मौलिक तत्वों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।

अधिक अपडेट के लिए, कृपया kharchaapani.com पर जाएं।

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