शिव नाडर ने HCL-कॉर्प की 47% हिस्सेदारी बेटी को दी:यह कदम सक्सेशन प्लान का हिस्सा, रोशनी अब सबसे बड़ी शेयरहोल्डर
HCL के फाउंडर शिव नाडर ने HCL कॉर्प और वामा दिल्ली में अपनी 47% हिस्सेदारी बेटी रोशनी नाडर मल्होत्रा को गिफ्ट की है। 6 मार्च को यह ट्रांसफर किया गया। इस डील में चार कंपनियां इन्वॉल्व है: 1. एचसीएल कॉर्प: गिफ्ट से पहले शिव नादर के पास इसकी 51% और रोशनी के पास 10.33% शेयरहोल्डिंग थी। 2. वामा दिल्ली: गिफ्ट से पहले शिव नादर के पास इसकी 51% और रोशनी के पास 10.33% शेयरहोल्डिंग थी। 3. एचसीएल टेक: इसमें वामा दिल्ली की 44.17% हिस्सेदारी और एचसीएल कॉर्प की 0.17% हिस्सेदारी है। 4. एचसीएल इंफोसिस्टम्स: इसमें वामा दिल्ली की 12.94% हिस्सेदारी और एचसीएल कॉर्प की 49.94% हिस्सेदारी है। हुआ क्या है: क्या होगा: क्यों किया गया: यह कदम सक्सेशन का हिस्सा है। कंपनी में परिवार की लीडरशिप मजबूत करने के लिए ऐसा किया गया है। 28 साल की उम्र में कंपनी की सीईओ बनीं थी रोशनी अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में कंपनी का मुनाफा 5.54% बढ़ा IT कंपनी HCL टेक का अक्टूबर-दिसंबर तिमाही (Q3FY25) में कॉन्सोलिडेटेड नेट प्रॉफिट यानी शुद्ध-मुनाफा सालाना आधार (YoY) पर 5.54% बढ़कर 4,591 करोड़ रुपए हो गया है। पिछले साल इसी तिमाही (Q3FY24) में कंपनी का शुद्ध मुनाफा 4,350 करोड़ रुपए रहा था। वहीं पिछली तिमाही (Q2FY25) में यह 4,235 करोड़ रुपए रहा था। यानी तिमाही आधार (QoQ) पर कंपनी का नेट प्रॉफिट 8.40% बढ़ा है। HCL ने सोमवार (13 जनवरी) को Q3FY25 यानी वित्त वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही के नतीजे जारी किए। HCL टेक का शेयर ने एक साल में 4.89% गिरा बीते एक साल में HCL के शेयर में 1.01% की गिरावट देखने को मिली है। 11 मार्च 2024 को HCL टेक का शेयर 1,638 रुपए पर था जो अब 1,558 रुपए पर आ गया है। वहीं इस साल यानी 1 जनवरी से अब तक की बात करें तो कंपनी का शेयर 18.48% गिरा है। कंपनी की मार्केट वैल्यू 4.22 लाख करोड़ रुपए है। दुनिया के 52वें सबसे अमीर व्यक्ति हैं शिव नादर 79 साल के शिव नादर एचसीएल टेक्नोलॉजीज लिमिटेड और शिव नादर फाउंडेशन के फाउंडर तथा चेयरमैन इमेरिटस हैं। शिव नादर दुनिया के 52वें सबसे अमीर व्यक्ति हैं। फोर्ब्स रियल टाइम बिलियनेयर्स लिस्ट के अनुसार उनकी नेटवर्थ 34.4 बिलियन डॉलर (2.99 लाख करोड़ रुपए) है। 1976 में हुई थी HCL टेक की शुरुआत HCL टेक के फाउंडर शिव नाडर हैं। उन्होंने HCL को 1976 में स्थापित किया था। इसके चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर (CEO) और मैनेजिंग डायरेक्टर सी विजयकुमार हैं। कंपनी डिजिटल, इंजीनियरिंग, क्लाउड और सॉफ्टवेयर का काम करती है। HCL में 2,27,481 से ज्यादा कर्मचारी काम करते हैं।

शिव नाडर ने HCL-कॉर्प की 47% हिस्सेदारी बेटी को दी: यह कदम सक्सेशन प्लान का हिस्सा, रोशनी अब सबसे बड़ी शेयरहोल्डर
Kharchaa Pani द्वारा रिपोर्ट: भारतीय आईटी दिग्गज HCL टेक्नोलॉजीज के संस्थापक शिव नाडर ने अपनी बेटी रोशनी नाडर को कंपनी की 47% हिस्सेदारी सौंपकर एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। यह कदम न केवल एक पारिवारिक व्यापारिक परिवर्तन का संकेत है, बल्कि एक व्यापक सक्सेशन प्लान का हिस्सा भी माना जा रहा है।
परिवारिक व्यवसाय में बदलाव का वक्त
HCL-कॉर्प के संस्थापक, शिव नाडर ने यह फैसला इसलिए लिया है ताकि वह अपने व्यवसाय को एक नई दिशा में ले जा सकें। रोशनी नाडर अब HCL टेक्नोलॉजीज में सबसे बड़ी शेयरहोल्डर बन गई हैं, जिससे उनकी जिम्मेदारियां और बढ़ गई हैं। ऐसा माना जा रहा है कि यह कदम नाडर परिवार के लिए एक नई शुरुआत साबित होगा।
रोशनी का भविष्य: क्या हैं उनकी योजनाएं?
अब जब रोशनी नाडर ने HCL-कॉर्प में महत्वपूर्ण हिस्सेदारी हासिल कर ली है, तो यह देखने योग्य होगा कि वे आगे किस प्रकार नेतृत्व प्रदान करती हैं। जैसे-जैसे टेक्नोलॉजी और डिजिटलाइजेशन के क्षेत्र में परिवर्तन हो रहा है, रोशनी नाडर का रुख भी इन नए अवसरों की ओर होगा। उनके नेतृत्व में HCL टेक्नोलॉजीज के विकास के लिए नए आयाम खोले जा सकते हैं।
बिजनेस के क्षेत्र में बढ़ती चुनौतियाँ और अवसर
HCL और अन्य आईटी कंपनियों को वर्तमान में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, जैसे वैश्विक महंगाई, तकनीकी परिवर्तन और प्रतिस्पर्धा। ऐसे में रोशनी नाडर का नेतृत्व इस कंपनी के लिए एक नई रोशनी लेकर आ सकता है। उनके पिता शिव नाडर ने हमेशा नवाचार और सामाजिक जिम्मेदारी पर जोर दिया है, जो कि रोशनी के कार्यों में भी देखने को मिल सकता है।
क्या है इसके पीछे का मकसद?
इस कदम को केवल भागीदारी हस्तांतरित करना नहीं, बल्कि एक व्यापक रणनीति के तहत वित्तीय स्थिरता और प्रबंधन में निरंतरता को बनाए रखना भी कहा जा रहा है। यह नाडर परिवार की दीर्घकालिक दृष्टि का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य कंपनी को भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार करना है।
निष्कर्ष
बेटी को हिस्सेदारी सौंपकर शिव नाडर ने न केवल पारिवारिक व्यवसाय में एक नई लहर का आग़ाज़ किया है, बल्कि यह भी स्पष्ट किया है कि वे बदलाव और नवाचार के प्रति कितने प्रतिबद्ध हैं। रोशनी नाडर अब HCL टेक्नोलॉजीज के भविष्य के एक महत्वपूर्ण स्तंभ बन गई हैं।
इस परिवर्तन के साथ, यह देखना रोचक होगा कि आने वाले समय में कंपनी के विकास में क्या नवाचार और परिवर्तन देखने को मिलते हैं। हायरिंग से लेकर मार्केटिंग तक, रोशनी नाडर के लिए चुनौतियों का सामना करना और अवसरों का लाभ उठाना महत्वपूर्ण होगा।
खर्चा पानी की टीम द्वारा, हम इस विषय पर आपकी राय जानना चाहेंगे। क्या आपको लगता है कि रोशनी नाडर HCL टेक्नोलॉजीज के लिए एक सफल भविष्य का नेतृत्व कर सकती हैं? हमें अपनी प्रतिक्रिया बताएं। अधिक अपडेट के लिए, kharchaapani.com पर जाएं।
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