रुपया गिरकर 87.29 के निचले स्तर पर आया:सोना ₹82,704 प्रति 10 ग्राम के ऑलटाइम हाई पर पहुंचा, पेट्रोल-डीजल के दाम में कोई बदलाव नहीं

कल की बड़ी खबर रुपए में गिरावट और रेपो रेट में कमी की संभावना से जुड़ी रही। कल के कारोबार में रुपया अपने रिकॉर्ड निचले स्तर पर आ गया। इसमें अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 67 पैसे की गिरावट देखने को मिली और यह 87.29 रुपए प्रति डॉलर के ऑलटाइम लो पर आ गया है। रिजर्व बैंक 5-7 फरवरी के बीच अपनी मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी (MPC) की बैठक करेगा। एक्सपर्ट्स का मानना है कि सेंट्रल बैंक ब्याज दरों में एक चौथाई परसेंट (0.25%) कटौती कर सकता है। इधर, गोल्ड ने अपना ऑल-टाइम हाई बनाया। 10 ग्राम 24 कैरेट सोने का दाम 618 रुपए बढ़कर 82,704 रुपए हो गया है। कल की बड़ी खबरों से पहले आज के प्रमुख इवेंट, जिन पर रहेगी नजर... अब कल की बड़ी खबरें पढ़ें... 1. रुपया रिकॉर्ड ऑल टाइम लो पर आया:डॉलर के मुकाबले 67 पैसे गिरकर 87.29 पर पहुंचा, विदेशी वस्तुएं महंगी होंगी रुपया सोमवार, 3 फरवरी को अपने रिकॉर्ड ऑल टाइम लो पर आ गया। इसमें अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 67 पैसे की गिरावट देखने को मिली और यह 87.29 रुपए प्रति डॉलर के अब तक के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, रुपए में इस गिरावट की वजह कनाडा, मैक्सिको और चीन पर ट्रंप के टैरिफ लगाना है, जिसे फॉरेक्स ट्रेडर्स ने वैश्विक व्यापार युद्ध का पहला कदम बताया है। इसके अलावा जिओ पॉलिटिकल टेंशन्स कारण भी रुपए पर नेगेटिव असर पड़ा है। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें... 2. RBI रेपो रेट में कर सकता है 0.25% की कटौती:7 फरवरी को हो सकता है ऐलान, टैक्स के बाद अब EMI घटने की उम्मीद वित्त वर्ष 2025-26 का बजट आ चुका। अब नजर रिजर्व बैंक पर है। 5-7 फरवरी के बीच इसकी मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी (MPC) की बैठक होगी। चूंकि बजट का फोकस देश में खपत बढ़ाने पर रहा, लिहाजा उम्मीद जताई जा रही है कि रिजर्व बैंक भी ब्याज दरें घटाकर इस मामले में सरकार की मदद करेगा। देश में आर्थिक वृद्धि की रफ्तार बढ़ाने के लिए खपत बढ़ाना जरूरी माना जा रहा है। बजट में इनकम टैक्स में बड़ी राहत दी गई है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सालाना 12 लाख रुपए तक की आय को टैक्स-फ्री कर दिया है। नई रिजीम में अब तक छूट की ये सीमा 7 लाख रुपए थी। आनंद राठी ग्रुप के सह-संस्थापक और वाइस-चेयरमैन प्रदीप गुप्ता ने कहा कि इनकम टैक्स में छूट से खपत बढ़ने की उम्मीद है। खास तौर पर मध्यम और उच्च-मध्यम आय वर्ग के बीच विवेकाधीन खर्च बढ़ सकता है। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें... 3. सोना ऑलटाइम हाई पर, चांदी सस्ती हुई: 10 ग्राम गोल्ड ₹618 महंगा होकर ₹82,704 पर पहुंचा; 34 दिन में 6,542 रुपए चढ़ा दाम सोना आज यानी 3 फरवरी को अपने ऑल टाइम हाई पर पहुंच गया। इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) के अनुसार, 10 ग्राम 24 कैरेट सोने का दाम 618 रुपए बढ़कर 82,704 रुपए हो गया है। इससे पहले सोना 82,086 रुपए पर था। 31 जनवरी को सोने ने 82,165 रुपए प्रति दस ग्राम का ऑल टाइम हाई बनाया था। चांदी के दाम में आज गिरावट रही। ये 220 रुपए सस्ती होकर 93,313 रुपए प्रति किलो पर आ गई है। इससे पहले चांदी 93,533 रुपए किलो थी। चांदी ने 23 अक्टूबर 2024 को अपना ऑल टाइम हाई बनाया था, तब ये 99,151 रुपए प्रति किलो पर पहुंच गई थी। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें... 4. तीसरी तिमाही में टाटा केमिकल्स को ₹21 करोड़ का लॉस:पिछले साल ₹194 करोड़ प्रॉफिट में थी कंपनी, रेवेन्यू 4% घटकर 3,590 करोड़ रुपए रहा टाटा ग्रुप की कंपनी टाटा केमिकल्स लिमिटेड को वित्त वर्ष 2024-25 की तीसरी तिमाही में 21 करोड़ रुपए का लॉस (कॉन्सोलिडेटेड नेट लॉस) हुआ है। एक साल पहले की समान तिमाही में कंपनी 194 करोड़ रुपए मुनाफे में थी। वहीं, पिछली तिमाही (जुलाई-सितंबर) में कंपनी को 267 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ था। अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में संचालन से टाटा केमिकल्स ने 3,590 करोड़ रुपए का रेवेन्यू जनरेट किया। सालाना आधार पर इसमें 3.75% की कमी आई है। पिछले साल अक्टूबर-दिसंबर में कंपनी ने 3,730 करोड़ रुपए का रेवेन्यू जनरेट किया था। वस्तुओं और सेवाओं को बेचने से मिलने वाला टैक्स-फ्री पैसा रेवेन्यू होता है। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें... 5. बजट सत्र:भाजपा ने सोनिया गांधी-पप्पू यादव के खिलाफ विशेषाधिकार हनन नोटिस दिया; दोनों ने राष्ट्रपति पर विवादित कमेंट किया था भाजपा सांसदों ने सोमवार को कांग्रेस की राज्यसभा सांसद सोनिया गांधी और लोकसभा के निर्दलीय सांसद पप्पू यादव के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का नोटिस दिया। बजट सत्र के पहले दिन राष्ट्रपति मुर्मू पर किए सोनिया और पप्पू यादव के कमेंट पर नोटिस दिया गया है। भाजपा के नोटिस में लिखा गया- सोनिया गांधी-पप्पू यादव ने सर्वोच्च पद की गरिमा को कम करने के इरादे से भारत के राष्ट्रपति के खिलाफ अपमानजनक और निंदनीय शब्दों का उपयोग किया है। इसलिए संसदीय विशेषाधिकार, नैतिकता और मर्यादा के उल्लंघन का नोटिस पेश किया। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें... कल दुनिया के टॉप-10 सबसे अमीर कौन रहे यह भी देख लीजिए... कल के शेयर मार्केट और सोने-चांदी का हाल जान लीजिए... पेट्रोल-डीजल और गैस सिलेंडर की लेटेस्ट कीमत जान लीजिए...

Feb 4, 2025 - 05:34
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रुपया गिरकर 87.29 के निचले स्तर पर आया:सोना ₹82,704 प्रति 10 ग्राम के ऑलटाइम हाई पर पहुंचा, पेट्रोल-डीजल के दाम में कोई बदलाव नहीं
कल की बड़ी खबर रुपए में गिरावट और रेपो रेट में कमी की संभावना से जुड़ी रही। कल के कारोबार में रुपया

रुपया गिरकर 87.29 के निचले स्तर पर आया: सोना ₹82,704 प्रति 10 ग्राम के ऑलटाइम हाई पर पहुंचा, पेट्रोल-डीजल के दाम में कोई बदलाव नहीं

लेखिका: सुमन डांगी, टीम नेटानागरी

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रुपये की गिरावट और कीमती धातुओं की मिसाल

इस सप्ताह भारतीय रुपया एक नई गिरावट के साथ 87.29 के निचले स्तर पर आ गया है, जो भारतीय आर्थिक परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण घटना के रूप में देखा जा रहा है। इसी दौरान, सोने ने ₹82,704 प्रति 10 ग्राम का नया ऑलटाइम हाई बनाया है। यह स्थिति न केवल निवेशकों के लिए चिंताएं पैदा कर रही है, बल्कि सोने की कीमतों में बढ़ोतरी भी दर्शा रही है।

रुपये का अवमूल्यन: कारण और प्रभाव

रुपये के इस अवमूल्यन के कई कारण हैं, जिनमें वैश्विक आर्थिक परिस्थितियों का बदलाव, महंगाई की उच्च दर और विदेशी निवेश में गिरावट शामिल हैं। इससे पहले की तरह, भारत की अर्थव्यवस्था पर निर्भरता बढ़ती जा रही है, जिससे रुपये की स्थिति कमजोर हो रही है। इससे आयात के सामानों की कीमतों में भी वृद्धि देखी जा रही है, जिससे उपभोक्ताओं पर वित्तीय बोझ बढ़ रहा है।

सोने की कीमतों में बेतहाशा वृद्धि

सोने की कीमतों में इस वृद्धि का एक प्रमुख कारण रुपये का अवमूल्यन और वैश्विक स्थिति में अनिश्चितता है। इसकी वजह से निवेशक सोने को सुरक्षित संपत्ति मानते हुए उसमें निवेश कर रहे हैं। ऐसे समय में, जब शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव बना हुआ है, सोना एक मजबूत बचाव के रूप में सामने आ रहा है।

पेट्रोल-डीजल के दाम: स्थिरता का संकेत

अजीब है कि रुपये की गिरावट और सोने की बेमिसाल वृद्धि के बीच, पेट्रोल और डीजल के दामों में कोई बदलाव नहीं आया है। ऐसा लगता है कि सरकार ने इनकी कीमतों को स्थिर रखने का निर्णय लिया है। इससे आम जनता को राहत मिली है, जिससे उसे दैनिक जरूरतों के लिए अधिक वित्तीय बोझ नहीं उठाना पड़ रहा है।

निष्कर्ष

बोनान्ज़ा से गुजर रही विश्व अर्थव्यवस्था में भारत का रुपया और सोने की कीमतें एक नया अध्याय खोल रही हैं। जहाँ रुपये का अवमूल्यन चिंताजनक है, वहीं सोने की बढ़ती कीमतें कई लोगों के लिए निवेश का एक बेहतर विकल्प बन रही हैं। आने वाले समय में, हमें देखना होगा कि क्या सरकार इन आर्थिक मुद्दों को हल करने में सफल होगी। असल में, भारतीय अर्थव्यवस्था की स्थिरता कई कारकों पर निर्भर करती है।

कम शब्दों में कहें तो, रुपये की गिरावट और सोने की कीमतों का रिकॉर्ड स्तर भारतीय आर्थिक नीति की चुनौतियों को दर्शाता है।

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