महबूबा की बेटी के 2 पर्सनल सिक्योरिटी ऑफिसर सस्पेंड:नजरबंद होने के बाद कठुआ पहुंची थीं इल्तिजा; बोलीं- ये उमर सरकार का अन्याय

जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री के महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा के दो पर्सनल सिक्योरिटी ऑफिसर्स (PSO) को सस्पेंड कर दिया गया है। उमर सरकार ने इल्तजा के श्रीनगर में नजरबंद होने के बावजूद कठुआ पहुंचने पर ये कार्रवाई की है। इल्तजा ने 8 फरवरी को आरोप लगाया था उमर सरकार ने महबूबा और उन्हें घर में नजरबंद किया है। इस बीच 9 फरवरी को इल्तजा पुलिस कस्टडी में कथित टॉर्चर के चलते सुसाइड करने वाले माखन दीन के परिवार से मुलाकात करने कठुआ के बिलावर पहुंची थीं। महबूबा बोलीं- ये अन्याय, बिना गलती के PSO को सस्पेंड किया महबूबा ने कहा कि सोपोर में वसीम मीर और बिलावर में मक्खन दीन की मौत के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। जिस NC सरकार ने लोगों की सुरक्षा करने का वादा किया था वह अब एक मूक दर्शक बनी हुई है। इल्तजा ने कहा- माखन दीन मामले में SHO पर कार्रवाई नहीं सोमवार को मीडिया से बात करते हुए इल्तजा ने कहा कि उमर सरकार ने उनके 2 PSO को बिना गलती के आधे घंटे में सस्पेंड कर दिया। लेकिन कठुआ में माखन दीन को प्रताड़ित करने वाले SHO पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। इल्तजा ने उमर सरकार पर आरोप लगाया कि सोपोर में ट्रक ड्राइवर की हत्या करने वाले जवान पर भी कोई कार्रवाई नहीं की गई है। उमर अब्दुल्ला को बिलावर में माखन दीन के परिवार से मिलने जाना चाहिए था लेकिन वे उस वक्त दिल्ली के 5 स्टार होटल में लंच कर रहे थे। पिछले महीने भी जब राजौरी में फूड पॉइजनिंग से लोगों को मौत हुई थी, तब भी उमर दिल्ली में ही थे। कल माखन दीन के परिवार से मिलने पहुंची थीं इल्तिजा इल्तिजा मुफ्ती 9 फरवरी को कठुआ पहुंची थीं। यहां उन्होंने पुलिस हिरासत के बाद सुसाइड करने वाले माखन दीन के परिवार से मुलाकात की। 6 फरवरी को माखन दीन ने वीडियो रिकार्ड करने के बाद आत्महत्या कर ली थी। वीडियो में उसने पुलिस के ऊपर टार्चर करने का आरोप लगाया था। महबूबा मुफ्ती ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर इल्तिजा का माखन दीन के परिवार से मिलते हुए वीडियो पोस्ट किया। महबूबा ने लिखा कि आखिरकार इल्तिजा कठुआ के बिलावर पहुंची और माखन दीन के परिवार से मिल पाईं। उन्होंने आरोप लगाया कि माखन दीन को पुलिस टॉर्चर की वजह से सुसाइड करना पड़ा। परिवार ने पुलिस पर 5 लाख रुपए मांगने का आरोप लगाया माखन दीन के परिवार ने इल्तिजा से बात करते हुए पुलिस पर पैसे लेने के आरोप लगाए। परिवार ने कहा कि पुलिस ने माखन दीन को छोड़ने के बदले 5 लाख रुपए की डिमांड की थी। पुलिस ने कहा था कि पैसे दो तो माखन को छोड़ देंगे। पैसे नहीं दोगे तो ये जेल में ही रहेगा। पुलिस यहां काम करने वाले लड़कों को उठा लेती है। इल्तिजा ने परिवार से कहा कि हम यहां आपको इंसाफ दिलाने आए हैं। 8 फरवरी को नजरबंद करने का दावा किया था इल्तिजा मुफ्ती ने 8 फरवरी दावा किया था कि उन्हें और उनकी मां को नजरबंद कर दिया गया है। अधिकारियों ने उनके दरवाजों पर ताले लगा दिए हैं। इल्तिजा ने सोशल मीडिया X पर घर के बंद दरवाजों पर लगे तालों की फोटो भी शेयर की थी। इल्तिजा ने हाउस अरेस्ट का दावा करते हुए लिखा था- चुनाव के बाद भी कश्मीर में कुछ नहीं बदला। अब पीड़ितों के परिवारों को सांत्वना देना भी अपराध माना जा रहा है। ------------------------------------------------ इल्तिजा मुफ्ती से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... पुलिस टॉर्चर से परेशान होकर जम्मू-कश्मीर के युवक का सुसाइड:महबूबा की बेटी परिवार से मिलीं, बोलीं- भगोड़ों की तरह जाना पड़ा जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती रविवार को कठुआ पहुंची। यहां उन्होंने पुलिस हिरासत के बाद सुसाइड करने वाले माखन दीन के परिवार से मुलाकात की। 6 फरवरी को माखन दीन ने वीडियो रिकार्ड करने के बाद आत्महत्या कर ली थी। वीडियो में उसने पुलिस के ऊपर टार्चर करने का आरोप लगाया था। पढ़ें पूरी खबर...

Feb 10, 2025 - 16:34
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महबूबा की बेटी के 2 पर्सनल सिक्योरिटी ऑफिसर सस्पेंड:नजरबंद होने के बाद कठुआ पहुंची थीं इल्तिजा; बोलीं- ये उमर सरकार का अन्याय
जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री के महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा के दो पर्सनल सिक्योरिटी ऑफिस

महबूबा की बेटी के 2 पर्सनल सिक्योरिटी ऑफिसर सस्पेंड:नजरबंद होने के बाद कठुआ पहुंची थीं इल्तिजा; बोलीं- ये उमर सरकार का अन्याय

Kharchaa Pani

लेखिका: सिया शर्मा, टीम नेटानागरी

परिचय

जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती को हाल ही में नजरबंद किए जाने के बाद, वे कठुआ पहुंची थीं। इस दौरान उनके दो पर्सनल सिक्योरिटी ऑफिसर सस्पेंड हो गए हैं। इल्तिजा ने इस पर अपनी कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह सरकार का अन्याय है।

इल्तिजा का नजरबंदी से लौटकर अभिवादन

इल्तिजा मुफ्ती का कहना है कि उन्हें नजरबंद करने का निर्णय स्वतंत्रता के सिद्धांतों का उल्लंघन है। उन्होंने कहा, "मैं यहाँ अपने अधिकारों के लिए आई हूँ। यह केवल मेरी नहीं, बल्कि हर उस नागरिक की आवाज़ है जिसे दबाया गया है।" उनका यह बयान स्पष्ट करता है कि वे अपने अधिकारों के प्रति कितनी सजग हैं।

सुरक्षा अधिकारियों का निलंबन

इल्तिजा के सुरक्षा अधिकारियों के निलंबन का मामला काफी चर्चा का विषय बना हुआ है। अधिकारियों ने इस निर्णय की पुष्टी करते हुए कहा कि सुरक्षा मानकों में सीमा से हटकर कार्रवाई की गई थी। इस बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने पर, यह स्पष्ट हो गया है कि सरकार ने इस मुद्दे को गंभीरता से लिया है।

इल्तिजा का बयान: "उमर सरकार का अन्याय"

इल्तिजा ने बयान दिया, "मैं इस उम्र में सरकार द्वारा इस तरह के अन्याय का सामना कर रही हूं। मुझे लगता है कि यह केवल मेरे साथ नहीं, बल्कि अन्य लोगों के साथ भी हो रहा है। हमें अपनी आवाज उठानी होगी,"। उनका यह वक्तव्य निश्चित रूप से युवा वर्ग को प्रोत्साहित करेगा कि वे अपने अधिकारों के लिए आवाज उठाएँ।

निष्कर्ष

इस घटनाक्रम ने फिर से यह साबित कर दिया है कि राजनीतिक स्थिति कितनी संवेदनशील हो सकती है। इल्तिजा मुफ्ती का साहस और उनके समर्थन में उठे सवाल निश्चित ही एक नए अध्याय की शुरुआत कर सकते हैं। सरकारी कार्रवाई और नागरिक अधिकारों के प्रति संवेदनशीलता को समझना आवश्यक है। इस घटनाक्रम के बाद उम्मीद है कि भागीदारी और स्वतंत्रता के मुद्दे को आगे बढ़ाने के लिए सभी वर्ग एकजुट होंगे।

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