भोपाल में आज से दो दिनी इन्वेस्टर्स समिट:प्रधानमंत्री मोदी करेंगे उद्घाटन; ईवी, सोलर एनर्जी, टेक्सटाइल रहेगा फोकस
मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में आज से दो दिवसीय (24-25 फरवरी) ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट होने जा रही है। राष्ट्रीय मानव संग्रहालय में हो रही इस समिट का सुबह 10 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उद्घाटन करेंगे। पीएम मोदी समिट में आए देश-विदेश के नामी उद्योगपतियों के बीच बैठकर उनकी बातें सुनेंगे और एमपी में निवेश के लिए उन्हें संबोधित भी करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी रविवार शाम को ही भोपाल पहुंच चुके हैं। पीएम मोदी समिट में करीब सवा घंटे तक रुकेंगे। इस दौरान समिट स्थल पर बनाए गए पीएम लाउंज में उनकी कुछ उद्योगपतियों के साथ वन टू वन चर्चा भी हो सकती है। इसके अलावा मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और अधिकारियों की टीम दिन भर उद्योगपतियों और निवेशकों के साथ बिजनेस टू बिजनेस (बीटूबी) और बिजनेस टू गवर्नमेंट (बीटूजी) मीटिंग्स भी करेगी। अडाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडाणी, आदित्य बिड़ला ग्रुप के चेयरमैन कुमार मंगलम बिरला और आईटीसी लिमिटेड के सीएमडी संजीव पुरी समेत देश की सैकड़ों नामी कंपनियों के प्रतिनिधि इस समिट में मौजूद रहेंगे। उद्योगपति गौतम अडाणी और प्रणव अडाणी चार्टर प्लेन के जरिए रविवार को भोपाल पहुंच गए हैं। समापन सत्र में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह रहेंगे मौजूद इसी आधार पर एमपी में किए जाने वाले निवेश के प्रस्ताव फाइनल होंगे। सरकार अलग-अलग चर्चा के आधार पर 25 फरवरी को यह जानकारी देगी कि कितने लाख करोड़ रुपए का निवेश दो दिनी समिट के बाद होने वाला है। 25 फरवरी को समिट के समापन सत्र में शाम 4 बजे से 6 बजे तक केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मौजूद रहेंगे। पहली बार एमपी की इन्वेस्टर्स मीट में मोदी-शाह दोनों 2014 के बाद ये पहली बार होगा जब प्रधानमंत्री मोदी मध्यप्रदेश की किसी इन्वेस्टर्स समिट का शुभारंभ करेंगे। सरकार से जुड़े सूत्रों का कहना है कि इन्वेस्टर्स में एमपी के प्रति भरोसा दिखाने के लिए मोदी-शाह आ रहे हैं। यही वजह है कि समिट से पहले अलग-अलग विभागों की पॉलिसी में बदलाव किया गया है। इसमें इन्वेस्टर्स के लिए कई तरह की सहूलियतें लाई गई हैं। इसके अलावा इस समिट में विभागों की अलग-अलग समिट होगी। इसमें फोकस्ड सेक्टर वाले रिन्युएबल एनर्जी, शहरी विकास, आईटी, एमएसएमई-स्टार्टअप के अधिकारी अपने विभागों की पॉलिसी और सहूलियतें इन्वेस्टर्स को बताएंगे कि मध्यप्रदेश में अन्य राज्यों की तुलना में क्या बेहतर है। ईवी, सोलर एनर्जी, टेक्सटाइल पर सर्वाधिक फोकस समिट के दौरान विभिन्न क्षेत्रों में निवेश को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से 7 विभागीय सम्मेलन और 10 विशिष्ट सत्र आयोजित किए जाएंगे। प्रमुख सत्रों में फार्मा एवं मेडिकल डिवाइस, परिवहन एवं लॉजिस्टिक्स, कपड़ा उद्योग, खाद्य प्र-संस्करण, कौशल विकास, सूचना प्रौद्योगिकी, अक्षय ऊर्जा, पर्यटन, खनन, एमएसएमई, शहरी विकास और प्रवासी मध्यप्रदेश शामिल हैं। इन सेशन में विश्व बैंक के कंट्री डायरेक्टर आगस्त तानो कुआमे, बार्कलेज के ग्लोबल हेड आनंद चित्रे, आईटीईएएस सिंगापुर के सीओओ लिम बून तियोंग, हीरा नंदानी डेवलपर्स के प्रबंध निदेशक डॉ. निरंजन हीरानंदानी, सिस्को इंडिया की डेजी चित्तिला पिल्लई, डीएलएफ ग्रुप के अध्यक्ष राजीव सिंह, बिल एंड मेलिंडा गेस्ट फाउंडेशन रोशो राज जैसे स्पीकर अपने विचार व्यक्त करेंगे। समिट में 5 अंतरराष्ट्रीय सत्र भी होंगे जिनमें ग्लोबल साउथ कंट्रीज का सम्मेलन, लैटिन अमेरिका और कैरिबियन सत्र के साथ प्रमुख भागीदार देशों के विशेष सत्र शामिल हैं। समिट के दौरान अर्बन इन्फ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में सरकार का सबसे अधिक फोकस ईवी (इलेक्ट्रिकल व्हीकल) पर है। इसके साथ ही अर्बन एरिया में मल्टी स्टोरी, डेवलपमेंट प्रोग्राम्स पर चर्चा होगी। खासतौर पर जल, एनर्जी, सीवेज प्रोजेक्ट्स पर फोकस होगा। सरकार का फोकस एनर्जी सेक्टर पर भी हैं। जिसमें सोलर एनर्जी को लेकर काफी विस्तार से बात की जाएगी। फार्मा और मेडिकल डिवाइसेस, स्किल डेवलपमेंट समेत अन्य कई विषयों पर विशेष निवेश संभावनाओं के चलते इन पर थीमेटिक और सेक्टोरल चर्चा और प्रीबिड सेशन भी तय किए गए हैं। मानव संग्रहालय में दिनभर चलेंगी ये प्रदर्शनी 'अमृतस्य मध्यप्रदेश' नृत्य नाटिका के साथ आदिवासी लोक कला के नृत्य भी प्रमुख सेक्टर से शामिल होने वाले उद्योगपति.... तीन हजार महिला उद्यमी भी होंगी शामिल इन्वेस्टर्स समिट में 3 हजार महिलाएं शामिल होंगी। इनमें से 1300 महिलाएं एमएसएमई और स्टार्टअप समिट में भागीदारी करेंगी। इसमें पारले ग्रुप की सीईओ शाउना चौहान सहित कई बड़े नाम शामिल हैं। जीआईएस में होगी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय भागीदारी जीआईएस में 60 से अधिक देशों के राजनयिक प्रतिनिधि, उच्चायुक्त, काउंसल जनरल और अन्तर्राष्ट्रीय संगठनों के वरिष्ठ अधिकारी शामिल होंगे। इसमें जापान, जर्मनी, इंग्लैंड, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण कोरिया और सिंगापुर शामिल हैं। जीआईएस में मेक्सिको, ब्राजील, अर्जेटीना, पेरू, अंगोल, बुर्किनाफांसो, मोरक्को, मोल्दोवा, नेपाल और जिम्बाब्वे के राजदूत। वहीं आस्ट्रेलिया, श्रीलंका, फिजी, जमैका, लेसोथो, रवांडा, सेशेक्स और युगांडा के उच्चायुक्त, यूके, कनाडा, नीदरलैंड, पौलैंड ताइवान, दक्षिण अफ्रिका, कोरूटारिका, पनामा, मैक्सिको, टोगो, स्लोवेनिया के वरिष्ठ राजनयिक। बुलगारिया, जिबूती, अल्बानिया, तुबालु हैती, म्यांमार, पलाऊ पौलेंड, दक्षिण कोरिया, रोमानिया और उज्बेकिस्तान के ओनोरेरी कौंसल शामिल हैं। इनके अलावा विश्व बैंक, डब्ल्यूएआईपीए, जेट्रो, टीएआईटीएआरए, इंडो-जर्मन चैंबर ऑफ कॉमर्स, भारत आयरलैंड परिषद सिंगापुर इंडिया चैंबर आफ कॉमर्स, कोरिया इंडिया चैंबर ऑफ कॉमर्स, इंडो पोलिश चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के संगठन भी शामिल होंगे। सरकार का तर्क- पिछली समिट से ज्यादा इंपैक्टफुल होगी सरकार का तर्क है कि इस साल की ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट पिछली समिट से ज्यादा इंपैक्टफुल होगी। वजह ये है कि सरकार ने पिछले साल आठ रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव का आयोजन किया है। प्रदेश के अलग-

भोपाल में आज से दो दिनी इन्वेस्टर्स समिट: प्रधानमंत्री मोदी करेंगे उद्घाटन; ईवी, सोलर एनर्जी, टेक्सटाइल रहेगा फोकस
Kharchaa Pani
लेखक: साक्षी वर्मा, नेहा सिंगला, टीम नेटानागरी
समिट का महत्व
भोपाल में आज से आयोजित होने वाली दो दिनी इन्वेस्टर्स समिट का उद्देश्य मध्य प्रदेश में निवेश बढ़ाना और राज्य की आर्थिक वृद्धि को गति देना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस समिट का उद्घाटन करेंगे। यह समिट खास तौर पर इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी), सौर ऊर्जा और वस्त्र उद्योग पर केंद्रित होगी। हाल के वर्षों में, इन क्षेत्रों में तेजी से विकास हुआ है और ये भविष्य की औद्योगिक नीतियों का हिस्सा बनने जा रहे हैं।
ईवी का फोकस
इलेक्ट्रिक वाहनों की बढ़ती मांग के चलते सरकार ने इस क्षेत्र में निवेश को प्राथमिकता दी है। भोपाल में होने वाली इस इन्वेस्टर्स समिट में प्रमुख ईवी निर्माताओं को आमंत्रित किया गया है। विशेषज्ञों का मानना है कि मध्य प्रदेश में ईवी उद्योग की स्थापना से रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और पर्यावरण को भी सुरक्षित रखा जा सकेगा।
सौर ऊर्जा का विकास
भारत में सौर ऊर्जा के क्षेत्र में मध्य प्रदेश ने महत्वपूर्ण प्रगति की है। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, राज्य ने पिछले कुछ वर्षों में वैश्विक स्तर पर सौर ऊर्जा उत्पादन में अपने योगदान को बढ़ाया है। इस समिट में सौर ऊर्जा के नवीनतम परियोजनाओं और तकनीकों पर चर्चा होगी, जिससे राज्य के ऊर्जा संकट को दूर करने का रास्ता साफ होगा।
टेक्सटाइल उद्योग में संभावनाएं
टेक्सटाइल उद्योग मध्य प्रदेश की अर्थव्यवस्था का एक बड़ा हिस्सा है। इस इन्वेस्टर्स समिट में टेक्सटाइल सेक्टर को लेकर भी कई महत्वपूर्ण घोषणाएं हो सकती हैं। उद्योग के क्षेत्र में तकनीकी नवाचार और निवेश को आकर्षित करने के लिए कई कार्यक्रम निर्धारित किए गए हैं।
निष्कर्ष
भोपाल की यह इन्वेस्टर्स समिट मध्य प्रदेश की आर्थिक संभावनाओं का एक प्रतिनिधि दृष्टांत है। प्रधानमंत्री मोदी का उद्घाटन इस बात का संकेत है कि केंद्र सरकार राज्य में निवेश को लेकर कितनी गंभीर है। संभावित निवेशकों के लिए यह समिट एक सुनहरा अवसर है, जिससे वे मध्य प्रदेश के समृद्ध भविष्य का हिस्सा बन सकें। आने वाले दो दिन इस समिट के लिए बहुत महत्वपूर्ण रहने वाले हैं।
आगे की जानकारी के लिए
अधिक अपडेट्स के लिए, कृपया kharchaapani.com पर जाएं।
Keywords
Bhopal investors summit, Modi inauguration, electric vehicles, solar energy, textile industry, investment opportunities, Madhya Pradesh 발전, government initiatives, economic growth, renewable energy, business forum, industrial development, job creation, clean energy solutions.What's Your Reaction?






