भास्कर वर्ल्ड अपडेट्स:यूक्रेन के चेरनोबिल एटॉमिक रिएक्टर पर हमला, रूस पर ड्रोन अटैक का आरोप
यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने रूस पर चेरनोबिल परमाणु रिएक्टर पर ड्रोन हमले का आरोप लगाया है। जेलेंस्की ने बताया कि शुक्रवार को देर रात एक रूसी ड्रोन ने हाई एक्सप्लोसिव वारहेड से चेरनोबिल परमाणु रिएक्टर के सेफ्टी कवच पर हमला किया। इस हमले से इमरात में आग लग गई थी, जिसे बुझा दिया गया है। इस हमले से अभी तक रेडिएशन का लेवल बढ़ने की कोई खबर नहीं है। इंटरनेशनल एटॉमिक एनर्जी एजेंसी ने कहा कि हमला स्थानीय समयानुसार सुबह 1:50 बजे हुआ। रूस ने इसे लेकर कोई बयान नहीं दिया है। अंतरराष्ट्रीय मामलों से जुड़ी आज की अन्य बड़ी खबरें... अमेरिकी स्टेट डिपार्टमेंट ने मस्क की टेस्ला से आर्मर्ड व्हीकल खरीदने का प्लान रोका अमेरिका के विदेश मंत्रालय ने एलॉन मस्क की कंपनी टेस्ला के साथ बख्तरबंद इलेक्ट्रिक वाहनों (आर्मर्ड व्हीकल) की खरीद को लेकर बातचीत की थी, लेकिन ट्रम्प प्रशासन ने इस प्लान पर रोक लगा दी है। रिपोर्ट्स में सामने आया है कि यह डील करीब 400 मिलियन अमेरिकी डॉलर यानी 3,473 करोड़ रुपए में हुई थी। विदेश मंत्रालय के मुताबिक, सिर्फ इलॉन मस्क की इलेक्ट्रिक कार कंपनी ने मई 2024 में इस प्लान को लेकर इंटरेस्ट दिखाया था। उस वक्त जो बाइडेन राष्ट्रपति थे। जब यह प्लान अपने शुरुआती फेज में था, तभी इसे साल की सबसे बड़ी डील माना जा रहा था। स्पेसएक्स ने 2008 से अब तक अंतरिक्ष यात्रियों और सैटेलाइट्स को अंतरिक्ष में ले जाने के लिए लगभग 20 बिलियन अमेरिकी डॉलर (1.73 हजार करोड़ रुपए) फेडरल फंड्स हासिल किए हैं। टेस्ला को पहले ही अमेरिकी सरकार से 41.9 मिलियन अमेरिकी डॉलर (363 करोड़ रुपए) मिल चुके हैं। इसमें कुछ अमेरिकी एंबेसीज को मुहैया कराए गए वाहनों का पेमेंट भी शामिल है। हालांकि, डिपार्टमेंट ऑफ स्टेट का कहना है कि टेस्ला या किसी अन्य मैन्युफैक्चरर को आर्मर्ड इलेक्ट्रिक व्हीकल बनाने का कॉन्ट्रैक्ट नहीं दिया गया है।

भास्कर वर्ल्ड अपडेट्स: यूक्रेन के चेरनोबिल एटॉमिक रिएक्टर पर हमला, रूस पर ड्रोन अटैक का आरोप
Kharchaa Pani, लेखिका: सुमिता वर्मा और टीम नेटानागरी
परिचय
यूक्रेन के चेरनोबिल एटॉमिक रिएक्टर पर हुए हालिया हमले ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय में एक बार फिर चिंता बढ़ा दी है। इस हमले के परिणाम स्वरूप, सुरक्षा पर सवाल उठने लगे हैं। साथ ही, इस घटना के पीछे रूस पर ड्रोन अटैक का आरोप लगाया जा रहा है, जिसने स्थिति को और गंभीर बना दिया है।
चेरनोबिल एटॉमिक रिएक्टर पर हमला
चेरनोबिल एटॉमिक रिएक्टर, जो 1986 में हुई एक घातक दुर्घटना के चलते पहले ही विवादों में रहा है, अब एक बार फिर सुर्खियों में है। हाल ही में, इस रिएक्टर पर हुए हमले ने विशेषज्ञों के लिए एक नई चिंता का विषय पैदा कर दिया है। इस हमले के बाद क्षेत्र में सुरक्षा बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर दिया जा रहा है।
ड्रोन अटैक का आरोप
यूक्रेन ने रूस पर इस हमले के लिए ड्रोन प्रयोग करने का आरोप लगाया है। माना जा रहा है कि ड्रोन से किए गए हमले ने स्थिति को बेहद तनावपूर्ण बना दिया है। यूक्रेन के अधिकारियों का कहना है कि इस प्रकार के हमले से न केवल उन्हें, बल्कि पूरे विश्व को खतरा है।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
इस घटना के बाद अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने चिंता प्रकट की है। कई देशों ने इसकी निंदा करते हुए, सुरक्षा को सुनिश्चित करने की मांग की है। कुछ विश्लेषकों का मानना है कि इस हमले का असर वैश्विक राजनीति पर भी पड़ेगा। यूक्रेन के प्रति बढ़ती सहयोगिता और रूस के खिलाफ प्रतिबंधों में संभवतः और भी वृद्धि हो सकती है।
आगे की स्थिति
इस घटना के बाद, यूक्रेन ने सुरक्षा उपायों को और सख्त करने का निर्णय लिया है। सुरक्षा बलों को चेरनोबिल क्षेत्र में तैनात किया जा रहा है। इसके साथ ही, स्थानीय लोगों को सुरक्षा दिशानिर्देश दिए जा रहे हैं।
निष्कर्ष
चेरनोबिल एटॉमिक रिएक्टर पर हुआ हमला न केवल यूक्रेन के लिए, बल्कि सम्पूर्ण मानवता के लिए एक चेतावनी है। इससे यह स्पष्ट होता है कि वैश्विक सुरक्षा के मुद्दे कितने संवेदनशील हैं। इस प्रकार की स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है।
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