बिहार में महाकुंभ से लौट रहे 6 की मौत:इसमें एक ही परिवार के 4 लोग; बेटा ड्राइव कर रहा था, झपकी आने से हादसा

बिहार के भोजपुर में महाकुंभ से लौट रहे 6 लोगों की सड़क हादसे में मौत हो गई। मरने वालों में एक परिवार के 4 लोग (दंपती, बेटा और भतीजी) थे। घटना शुक्रवार सुबह पटना से 40 किमी पहले आरा–मोहनिया नेशनल हाईवे पर दुल्हनगंज बाजार स्थित पेट्रोल पंप के पास हुई। यहां कार सड़क किनारे खड़े ट्रक पर पीछे से घुस गई। टक्कर इतनी जोरदार थी कि कार के परखच्चे उड़ गए। कार का एक पहिया 20 फीट दूर पड़ा मिला। सभी शव कार के अंदर फंस गए थे। काफी कोशिश के बाद सभी मृतकों को बाहर निकाला गया। सभी लोग पटना के रहने वाले थे। मृतकों के परिजन ने बताया कि सभी पटना से महाकुंभ स्नान के लिए प्रयागराज गए थे। कार मृतक का बेटा चला रहा था। झपकी लगने से कार खड़े ट्रक में पीछे से टकरा गई। मृतकों में एक परिवार के 4 लोग थे मृतकों में 4 महिलाएं और 2 पुरुष थे। मरने वालों में पटना के जक्कनपुर के संजय कुमार (62), पत्नी करुणा देवी (58), बेटा लाल बाबू सिंह (25) और भतीजी प्रियम कुमारी (20) थे। साथ ही पटना के कुम्हरार निवासी आशा किरण (28) और जूही रानी (25) भी थे। 'सीट बेल्ट काटकर निकाले शव' जगदीशपुर थाने के SI आफताब खां ने बताया, 'ग्रामीणों से सूचना मिली कि दुल्हनगंज पेट्रोल पंप के पास हादसा हुआ है। मौके पर पहुंचे और देखा कि कंटेनर के पीछे से एक कार अंदर घुसी हुई है। हम लोगों ने सोचा कि कोई तो अंदर जिंदा होगा। तुरंत क्रेन मंगवाकर ट्रक में फंसी कार को पीछे किया। इसके बाद देखा कि सभी की मौत हो गई थी। कार के दो एयर बैग खुले थे।' 2 गाड़ियों से 13 लोग महाकुंभ गए थे मृतक संजय कुमार के भाई कौशलेंद्र ने बताया कि 19 फरवरी को पटना से प्रयागराज महाकुंभ के लिए 13 लोग रवाना हुए थे। बलेनो कार में भाई, भाभी, उनकी बेटी, भतीजी समेत 6 लोग थे। एक स्कॉर्पियो में 7 लोग बैठे हुए थे। 'प्रयागराज से पटना लौटने के दौरान भाई संजय कुमार का बेटा लाल बाबू कार ड्राइव कर रहा था। इसी बीच दुल्हनगंज पेट्रोल पंप के पास लाल बाबू की आंख लग गई, जिससे यह भीषण सड़क हादसा हो गया। जाते वक्त भी लाल बाबू की आंख झपकी थी, लेकिन हम लोगों ने उसे कुछ देर गाड़ी चलाने से मना किया था। लौटने के दौरान यह हादसा हो गया।' --------------------------------------------------------------- एक्सीडेंट से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... मोतिहारी में महाकुंभ से लौट रही बस पलटी, 50 घायल महाकुंभ से मोतिहारी लौट रहे श्रद्धालुओं की बस गाजीपुर के पास डिवाइडर से टकराकर पलट गई। हादसे में 50 यात्री घायल हो गए। यह घटना 19 फरवरी की रात 11.30 बजे की है। जानकारी के अनुसार बस मोतिहारी बस स्टैंड से 18 फरवरी की रात 50 यात्रियों को लेकर प्रयागराज के लिए रवाना हुई थी। कुंभ स्नान के बाद सभी लोग वापस आ रहे थे। इस दौरान होटल में यात्रियों ने खाना खाया। यात्रियों के अनुसार ड्राइवर और खलासी ने शराब और गांजा के सेवन किया था। पूरी खबर पढ़ें...

Feb 21, 2025 - 10:34
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बिहार में महाकुंभ से लौट रहे 6 की मौत:इसमें एक ही परिवार के 4 लोग; बेटा ड्राइव कर रहा था, झपकी आने से हादसा

बिहार में महाकुंभ से लौट रहे 6 की मौत: इसमें एक ही परिवार के 4 लोग; बेटा ड्राइव कर रहा था, झपकी आने से हादसा

Kharchaa Pani द्वारा, सुषमा तिवारी, टीम नेटानागरी

परिचय

बिहार में हुए एक दुखद हादसे ने पूरे राज्य को शोक में डाल दिया है। महाकुंभ में शामिल होकर लौट रहे यात्रियों की गाड़ी का दुर्घटनाग्रस्त होना, परिवार के चार सदस्यों की जान ले गया। यह हादसा उस समय हुआ जब परिवार का बेटा गाड़ी चला रहा था और अचानक झपकी लेने के कारण गाड़ी असंतुलित हो गई। आइए इस घटना की विस्तार से जानकारी लेते हैं।

हादसे का विवरण

ईटहर के एक गाँव में रहने वाले परिवार ने महाकुंभ में स्नान करने के लिए यात्रा की थी। वे सभी उत्साह के साथ यात्रा से वापस लौट रहे थे, लेकिन नवयुवक ड्राइवर की नींद ने सब कुछ बदल दिया। झपकी लेते ही गाड़ी नियंत्रण खो बैठी और सड़क किनारे एक खड्ड में गिर गई। इस दुर्घटना में दो महिलाओं, दो बच्चों सहित कुल छह लोगों की मौत हो गई, जो इस परिवार के सदस्य थे।

समुदाय और परिवार का नुकसान

हालात देखकर आसपास के लोग तुरंत मदद के लिए दौड़ पड़े। स्थानीय लोगों ने पुलिस और एंबुलेंस को बुलाया, लेकिन उस समय तक बहुत देर हो चुकी थी। इस घटना से परिवार के सदस्यों में शोक की लहर दौड़ गई है। सभी की आंखों में आंसू थे क्योंकि यह परिवार, जो एक साथ यात्रा कर रहा था, अब बिखर गया है।

हादसे के कारण और सावधानियाँ

विशेषज्ञों का मानना है कि सड़क पर सुरक्षित यात्रा के लिए सतर्क रहना बेहद आवश्यक है। नींद का हमारे शरीर पर गहरा असर पड़ता है, खासकर जब हम गाड़ी चला रहे होते हैं। इसके पूर्व यात्रियों को नियमित रूप से आराम लेना चाहिए और सुनिश्चित करना चाहिए कि गाड़ी चलाते समय उनकी आंखें खुली रहें।

समाप्ति

यह घटना केवल एक दुर्घटना नहीं, बल्कि हमारे ध्यान का एक महत्वपूर्ण बिंदु है। हमें एक-दूसरे की सुरक्षा का ख्याल रखना चाहिए और सुनिश्चित करना चाहिए कि हम सुरक्षित यात्रा कर सकें। इस परिवार के सदस्यों की आत्मा को शांति मिले। साथ ही, हम सभी को सतर्क रहना चाहिए ताकि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।

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