तीसरी तिमाही में वोडाफोन-आइडिया को ₹6,609 करोड़ का लॉस:रेवेन्यू 4% बढ़कर ₹11,117 करोड़; ARPU 5% बढ़कर 173 रुपए हुआ
टेलीकॉम कंपनी वोडाफोन-आइडिया (VI) को वित्त वर्ष 2024-25 की तीसरी तिमाही में 6,609 करोड़ रुपए घाटा (कॉन्सोलिडेटेड नेट लॉस) हुआ है। एक साल पहले की समान तिमाही में कंपनी को 6,986 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ था। सालाना आधार पर कंपनी का घाटा 5.40% कम हुआ है। अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में वोडाफोन-आइडिया का कॉन्सोलिडेटेड ऑपरेशनल रेवेन्यू सालाना आधार पर 4.16% बढ़कर 11,117 करोड़ रुपए रहा। एक साल पहले की समान तिमाही यानी Q3FY24 में कंपनी का रेवेन्यू 10,673 करोड़ रुपए रहा था। वस्तुओं और सेवाओं को बेचने से मिली राशि को रेवेन्यू या राजस्व कहा जाता है। वोडाफोन-आइडिया का ARPU 173 रुपए रहा अक्टूबर-दिसंबर तिमाही के दौरान वोडाफोन-आइडिया का 'एवरेज रेवेन्यू पर यूजर' (ARPU) 4.7% बढ़कर 173 रुपए रहा। पिछली तिमाही यानी जुलाई-सितंबर में यह 166 रुपए था। यह बदलाव टैरिफ बढ़ोतरी और यूजर्स द्वारा महंगे पैक खरीदने की वजह से हुआ है। क्या होता है स्टैंडअलोन और कंसॉलिडेटेड? कंपनियों के रिजल्ट दो भागों में आते हैं- स्टैंडअलोन और कंसॉलिडेटेड। स्टैंडअलोन में केवल एक यूनिट का वित्तीय प्रदर्शन दिखाया जाता है। जबकि, कंसॉलिडेटेड या समेकित फाइनेंशियल रिपोर्ट में पूरी कंपनी की रिपोर्ट दी जाती है। EBITDA क्या होता है? EBITDA यानी अर्निंग बिफोर इंटरेस्ट, टैक्स, डेप्रिसिएशन एंड अमॉर्टाइजेशन EBITDA किसी कंपनी की वह टोटल कमाई होती है, जिसमें ब्याज चुकाना, टैक्स देना, एसेट या मशीनों की वैल्यू में गिरावट को कंपनसेट करना और पुराने लोन या कर्ज चुकाने में खर्च होने वाली लागत शामिल नहीं होती है। EBITDA किसी कंपनी या फर्म के ऑपरेशन या उसके संचालन की स्थिति बताता है। इसका उपयोग आमतौर पर कंपनियां अपने बिजनेस को इवैल्यूएट करने के लिए करती हैं। इसे कैलकुलेट करने में लागत या खर्चे को शामिल नहीं किया जाता है। कंपनी के रेवेन्यू का परसेंटेज बताता है EBITDA मार्जिन EBITDA मार्जिन किसी कंपनी के रेवेन्यू का परसेंटेज बताता है, जिससे उसके संचालन के ग्रोथ को आंका जाता है। किसी कंपनी का EBITDA मार्जिन पता होने से उसी इंडस्ट्री की दूसरी कंपनी के साथ रियल परफॉरमेंस की तुलना की जा सकती है। एक साल में 45% गिरा वोडाफोन-आइडिया का शेयर तिमाही नतीजों से पहले वोडाफोन-आइडिया का शेयर आज यानी मंगलवार (11 फरवरी) को 3.18% गिरकर 8.82 के स्तर पर बंद हुआ। पिछले 5 दिन में VI का शेयर 8.22%, छह महीने में 44.91%, एक साल में 38.96% गिरा है। हालांकि बीते एक महीने में कंपनी ने 13.95% का रिटर्न दिया है।

तीसरी तिमाही में वोडाफोन-आइडिया को ₹6,609 करोड़ का लॉस: रेवेन्यू 4% बढ़कर ₹11,117 करोड़; ARPU 5% बढ़कर 173 रुपए हुआ
लेखक: स्नेहा देवी, टीम नेटानागरी
खर्चा पानी
परिचय
वोडाफोन-आइडिया के लिए वित्तीय परिणामों का तीसरी तिमाही का दौर चिंताजनक रहा है। कंपनी ने ₹6,609 करोड़ का लॉस जानकारी दिया है, जबकि उनकी कुल रेवेन्यू 4% बढ़कर ₹11,117 करोड़ तक पहुँच गई है। इसके साथ ही, ARPU (Average Revenue Per User) में भी 5% की वृद्धि हुई, जो अब 173 रुपए हो गया है।
वित्तीय परिणाम का विश्लेषण
वोडाफोन-आइडिया ने बताया कि इस तिमाही में आय में वृद्धि का मुख्य कारण ग्राहक आधार में हालिया वृद्धि और नए टैरिफ दरों का प्रभाव है। वित्तीय वर्ष के इस समय में कंपनी ने अपने कई योजनाओं को फिर से पेश किया है, जिससे उपभोक्ताओं की संख्या में बढ़ोतरी हुई है।
लॉस का कारण
दूसरी ओर, इस भारी लॉस का मुख्य कारण उच्च वित्तीय दायित्व और अर्थव्यवस्था में संतुलन की कमी है। रिपोर्ट में यह भी उल्लेख किया गया है कि संचालन पर होने वाले खर्चों में भी बढ़ोतरी हुई है, जिससे लाभ की संभावना और भी कम हो गई है।
ARPU का विकास
कंपनी ने ARPU में सुधार को सकारात्मक संकेत माना है। ARPU का इस वृद्धि का अर्थ है कि वोडाफोन-आइडिया अपने मौजूदा ग्राहकों से ज्यादा राजस्व जुटा रही है। यह उपभोक्ताओं के लिए स्थायी सेवाओं का लाभ उठाने का संकेत देता है, जो उन्हें लंबे समय में लाभांवित करेगा।
भविष्य की दृष्टि
वोडाफोन-आइडिया ने भविष्य में सुधार की उम्मीद जताई है। कंपनी ने आने वाले समय में नए टैरिफ प्लान और सेवाओं की पेशकश करने की योजना बनाई है, जिससे कंपनी की स्थिति को मजबूती मिल सकती है। इसके अलावा, डिजिटल सेवाओं पर ध्यान केंद्रित करने का भी निर्णय लिया गया है।
निष्कर्ष
वोडाफोन-आइडिया का तीसरी तिमाही का रिपोर्ट उनकी चुनौतियों और संभावनाओं को उजागर करता है। जबकि लॉस चिंताजनक है, रेवेन्यू और ARPU में हुई वृद्धि उत्साहजनक है। कंपनी अपनी स्थिति को सुधारने के लिए सामरिक योजनाओं पर काम कर रही है।
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