तीसरी तिमाही में इंडिगो का मुनाफा 18% गिरकर ₹2,449 करोड़:दूसरी तिमाही में ₹987 करोड़ का नुकसान था, रेवेन्यू 14% बढ़ा
भारत में बजट एयरलाइन इंडिगो का संचालन करने वाली कंपनी इंटरग्लोब एविएशन को वित्त वर्ष 2024-25 की तीसरी तिमाही में 2,449 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ है। सालाना आधार पर इसमें 18.6% की गिरावट हुई है। एक साल पहले की समान तिमाही (Q3FY24) में कंपनी को 2,998 करोड़ रुपए का शुद्ध मुनाफा (कंसॉलिडेटेड नेट प्रॉफिट) हुआ था। वहीं, पिछली तिमाही (जुलाई-सितंबर 2024) में कंपनी को 987 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ था। रेवेन्यू 13.7% बढ़कर ₹22,111 करोड़ अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में इंडिगो के ऑपरेशन से कंसॉलिडेटेड रेवेन्यू सालाना आधार पर 13.7% बढ़कर 22,110.7 करोड़ रुपए रहा। एक साल पहले की समान तिमाही यानी FY24 की तीसरी तिमाही में कंपनी का रेवेन्यू 19,452.1 करोड़ रुपए रहा था। एक महीने में 9.76% गिरा इंडिगो का शेयर तिमाही नतीजों के बाद इंडिगो का शेयर 0.66% की तेजी के साथ 4,162.25 के स्तर पर बंद हुआ। कंपनी का शेयर बीते एक साल में 43.03% का रिटर्न दिया है। हालांकि, पिछले एक महीने में यह 9.76%, 6 महीने में 4.88% और इस साल 1 जनवरी से 9.43% गिरा है। कंपनी का मार्केट कैप 1.61 लाख करोड़ करोड़ रुपए है। भारत की सबसे बड़ी एयरलाइन है इंडिगो मार्केट शेयर के लिहाज से इंडिगो देश की सबसे बड़ी एयरलाइन है। भारतीय एयरलाइन मार्केट में कंपनी का शेयर करीब 63% है। इसकी स्थापना 2006 में राहुल भाटिया और राकेश गंगवाल ने की थी। ये रोजाना 2000 से ज्यादा फ्लाइट ऑपरेट करती है। 80 से ज्यादा डोमेस्टिक डेस्टिनेशन और 30 से ज्यादा इंटरनेशनल डेस्टिनेशन पर इंडिगो की फ्लाइट चलती है। ये 110+ डेस्टिनेशन को जोड़ती है। एयरलाइन की 320 से ज्यादा एयरक्राफ्ट की फ्लीट है। इसके 50 करोड़ से ज्यादा कस्टमर है। ------------------------- यह खबर भी पढ़ें... इंडिगो से नवंबर में 1 करोड़ पैसेंजर्स ने ट्रैवल किया: एयरलाइन की मार्केट-हिस्सेदारी 63.6% के ऑल-टाइम-हाई पर पहुंची भारत के एविएशन रेगुलेटर डायरेक्टर जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) ने कहा कि नवंबर 2024 में इंडियन डोमेस्टिक एविएशन के इतिहास में अब तक का सबसे ज्यादा ट्रैफिक देखने को मिला है। इस ग्रोथ ने एयरपोर्ट्स और एयरलाइंस दोनों को प्रभावित किया। दिल्ली एयरपोर्ट ने अब तक का अपना बेस्ट मंथ दर्ज किया। इसके अलावा मिंट की एक रिपोर्ट के अनुसार, नवंबर महीने में तीन एयरलाइंस ने अपना बेस्ट परफॉर्मेंस दिया है। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें... इंडिगो दुनिया की सबसे खराब एयरलाइन्स में से एक: यूरोपीयन एजेंसी ने टॉप 109 में 103वें नंबर पर रखा, कंपनी ने मेथड पर सवाल उठाए मार्केट शेयर के लिहाज से भारत की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो को दुनिया की सबसे खराब एयरलाइन्स की लिस्ट में शामिल किया गया है। यूरोपियन एयर पैसेंजर क्लेम प्रोसेसिंग एंड फैसिलिटेटिंग एजेंसी ने अपने सर्वे में 109 एयरलाइन्स को शामिल किया, जिसमें इंडिगो को 103वें स्थान पर जगह दी है। एयरहेल्प इंटरनेशनल एयरलाइन्स और एयरपोर्ट्स की सालाना रैंकिंग जारी करता है। इसके लिए तीन क्राइटेरिया हैं- ऑन टाइम परफॉर्मेंस, कस्टमर ओपिनियन, और कॉम्पन्सेशन क्लेम की प्रोसेसिंग। एयरहेल्प के अनुसार, तीनों क्राइटेरिया एयरलाइन का स्कोर तय करने में समान रूप से योगदान करते हैं। यानी स्कोरिंग इसमें हर एक की हिस्सेदारी 33.33% है। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें...

तीसरी तिमाही में इंडिगो का मुनाफा 18% गिरकर ₹2,449 करोड़:दूसरी तिमाही में ₹987 करोड़ का नुकसान था, रेवेन्यू 14% बढ़ा
Kharchaa Pani द्वारा, लेखिका: कविता शर्मा, टीम नेतानागरी
परिचय
इंडिगो एयरलाइंस के लिए तीसरी तिमाही में वित्तीय परिणाम चिंता का विषय रहे हैं। इस तिमाही में कंपनी का मुनाफा 18% घटकर ₹2,449 करोड़ हो गया है। पिछले वर्ष की तुलना में यह एक महत्वपूर्ण गिरावट है, जबकि दूसरी तिमाही में कंपनी ने ₹987 करोड़ का नुकसान उठाया था। इसके बावजूद, कंपनी का रेवेन्यू 14% बढ़ा है, जो इसे बाजार में स्थिर बनाए रखने का संकेत देता है।
मुनाफे में गिरावट का कारण
इंडिगो द्वारा जारी की गई रिपोर्ट के अनुसार, मुनाफे में यह गिरावट कई कारकों के कारण हुई है। वैश्विक स्तर पर डीजल और जेट फ्यूल की कीमतों में वृद्धि, प्रतिस्पर्धी दबाव और रिफाइनेंसिंग लागत ने समीकरण को जटिल बना दिया है। इन परिवर्तनों ने एयरलाइन उद्योग को प्रभावित किया है, जिससे इंडिगो जैसी प्रमुख एयरलाइंस पर भी असर पड़ा है।
रेवेन्यू में वृद्धि
हालांकि मुनाफे में गिरावट आई है, लेकिन इंडिगो ने अपने रेवेन्यू में 14% की वृद्धि दर्ज की है। यह वृद्धि यात्रियों की संख्या में बढ़ोतरी और नई उड़ानों की शुरूआत के कारण संभव हुई है। कंपनी ने 2023 में कई नई घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की शुरुआत की है, जिससे उसकी सेवा क्षेत्र में विस्तार हुआ है।
भविष्य की संभावनाएं
इंडिगो की प्रबंधन टीम का मानना है कि आने वाले महीनों में मुनाफा फिर से बढ़ सकता है। एयरलाइन ने अपने ऑपरेशन्स को प्रभावी बनाने के लिए कई उपाय भी किए हैं, ताकि कॉस्ट कंट्रोल पर ध्यान दिया जा सके। साथ ही, इसके डिजिटल सेवाओं के विस्तार का एक सकारात्मक असर देखने को मिल रहा है।
समापन
इस प्रकार, इंडिगो के लिए यह तिमाही कई मायनों में चुनौतीपूर्ण रही है। हालांकि, मुनाफे में गिरावट के बावजूद रेवेन्यू में वृद्धि यह दर्शाता है कि कंपनी अपने रणनीतिक कदमों के जरिए बाजार में मजबूती बनाए रख रही है। निवेशकों को भविष्य में बेहतर मुनाफे की संभावनाओं की ओर ध्यान देना चाहिए।
कम शब्दों में कहें तो, इंडिगो का तीसरी तिमाही में मुनाफा गिरा है, लेकिन रेवेन्यू में वृद्धि दर्शाती है बाजार से मजबूत मांग। अधिक जानकारी के लिए, kharchaapani.com पर जाएं।
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