चैत्र नवरात्रि-वैष्णो देवी समेत देशभर के मंदिरों की तस्वीरें:गुजरात के अम्बाजी में गरबा, राम जन्मभूमि मंदिर फूलों से सजाया गया
आज से चैत्र शुक्ल प्रतिपदा यानी नवरात्र की शुरुआत तो हो ही रही है, इसके साथ ही शुरू हो रहा है नव संवत्सर यानी विक्रम संवत 2082। इसे हिंदू नववर्ष कहा जाता है। साथ ही भारत के अलग-अलग हिस्सों में इस दिन उगादी और गुड़ी पड़वा भी मनाया जाता है। नवरात्रि के दौरान, नौ दिनों में से प्रत्येक दिन देवी दुर्गा के एक अलग रूप को समर्पित होता है, जिसमें पहले दिन माँ शैलपुत्री की पूजा की जाती है। प्रधानमंत्री मोदी ने दी शुभकामनाएं - प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को मन की बात के 120वें एपिसोड में हिंदू नववर्ष का जिक्र किया। उन्होंने देशवासियों को चैत्र नवरात्र, गुड़ी पाड़वा और हिंदू नववर्ष की शुभकामनाएं दी। PM ने कहा कि आज से भारतीय नववर्ष की भी शुरुआत हो रही है। यह विक्रम संवत 2082 की शुरुआत है। साथ ही आज गुड़ी पाड़वा का भी दिन है। यह बेहद पावन दिन है। ये त्योहार भारत की विविधता में एकता का एहसास कराते हैं। विक्रम संवत के अनुसार आज नववर्ष - विक्रम संवत की शुरुआत ईसा पूर्व 57 में हुई थी। इसे राजा चंद्रगुप्त विक्रमादित्य ने शुरू कराया था। यह संवत अंग्रेज़ी कैलेंडर से 57 साल आगे चलता है। विक्रम संवत को गणितीय दृष्टि से सबसे सटीक माना जाता है। विक्रम संवत के अनुसार चैत्र शुक्ल प्रतिपदा को ही सृष् की शुरुआत का दिन माना जाता है। यह ब्रह्मा का भी पहला दिन है। भारत के दक्षिण राज्यों में उगादि बेहद खास - उगादि या युगादि हिंदू पंचांग के अनुसार नए साल का पहला दिन है। इसे भारत के आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और कर्नाटक राज्यों में मनाया जाता है। उगादी की शुरूआत एक सप्ताह पहले से ही हो जाती है। लोग अपने-अपने घरों की साजो-सज्जा करते हैं। इस दिन लोग अपने घर के सामने या बरामदे में गाय के गोबर से रंगोली बनाते हैं। कुछ लोग आज के दिन 6 स्वादों से युक्त व्यंजन खाते हैं। लोगों की मान्यता है कि जीवन अलग-अलग भावनाओं और संवेदनाओं का मिश्रण है, और हर एक भावना 1 स्वाद की तरह होती है। इस दिन का सबसे ख़ास और लोकप्रिय व्यंजन उगादी पच्छाड़ी है, जिसमें 6 प्रकार का स्वाद होता है। पूरन पोली से गुड़ी पड़वा की शुरुआत इस दिन हिन्दु नववर्ष का आरम्भ होता है। 'गुढी' का अर्थ 'विजय पताका' होता है। कहते हैं की मराठी राजा शालिवाहन ने मिट्टी के सैनिकों की सेना से शत्रुओं को मारा था। इस विजय के प्रतीक रूप में शालिवाहन शक का प्रारंभ इसी दिन से होता है। महाराष्ट्र में यह पर्व गुढी पाडवा अर्थात् मराठी नववर्ष के रूप में मनाया जाता है। कहा जाता है कि इसी दिन ब्रह्मा ने सृष्टि का निर्माण किया था। इस दिन महाराष्ट्र में पूरन पोली या मीठी रोटी बनाई जाती है। देखें देश भर के मंदिरों से तस्वीरें : वैष्णो देवी मंदिर से दृश्य, जम्मू - कश्मीर - राम मंदिर,अयोध्या, उत्तर प्रदेश - अरुलमिगु जंबुकेश्वर मंदिर, तिरुचिरापल्ली, तमिलनाडु - महामाया देवी मंदिर, छत्तीसगढ़ - झंडेवालान मंदिर, दिल्ली - मां कामाख्या मंदिर, गुवाहटी - श्री मुंबादेवी मंदिर, मुंबई - माता ललिता देवी शक्तिपीठ, प्रयागराज - महारानी माँ गढ़कालिका मंदिर, उज्जैन - अंबाजी माता मंदिर, गुजरात - श्री देवी कूप भद्रकाली मंदिर, हरियाणा - --------------------- ये खबर भी पढ़ें... चैत्र नवरात्रि आज से, जानें घट स्थापना का शुभ मुहूर्त:हिंदू नववर्ष के साथ शुरू हुई वासंती नवरात्रि, जानें नौ दिनों के पूजन की विधि आज से चैत्र नवरात्रि शुरू हो गई है। आज घट स्थापना का मुहूर्त सुबह 6:15 से रहेगा। इस बार तृतीया तिथि घटने से 8 दिनों की नवरात्रि रहेगी। 6 अप्रैल, रामनवमी को नवरात्रि का आखिरी दिन रहेगा।

चैत्र नवरात्रि-वैष्णो देवी समेत देशभर के मंदिरों की तस्वीरें: गुजरात के अम्बाजी में गरबा, राम जन्मभूमि मंदिर फूलों से सजाया गया
Kharchaa Pani
लेखक: नीति शर्मा, साक्षी वर्मा – टीम नेटानागरी
हर साल की तरह इस बार भी चैत्र नवरात्रि का पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस अवसर पर देशभर के विभिन्न मंदिरों में विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। खासकर वैष्णो देवी मंदिर, सूरत के अम्बाजी मंदिर, और राम जन्मभूमि मंदिर जैसे प्रमुख धार्मिक स्थलों को खूबसूरती से सजाया गया है।
वैष्णो देवी मंदिर में भक्ति का माहौल
कश्मीर में स्थित वैष्णो देवी मंदिर ने इस बार भी भक्तों का ध्यान आकर्षित किया है। नवरात्रि के दौरान यहां श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या दिखाई दे रही है। विशेष रूप से, मंदिर परिसर में भव्य फूलों की सजावट की गई है। भक्तजन मां की कृपा के लिए यहां परिक्रमा कर रहे हैं और भजन-कीर्तन का दौर जारी है।
अम्बाजी में गरबा की रंगीनियां
गुजरात के अम्बाजी में गरबा का आयोजन कर नवरात्रि का जश्न मनाया जा रहा है। यहां हर रात गरबा डांडिया उत्सव का आयोजन किया जा रहा है। लोग पारंपरिक परिधानों में सज-धजकर संगीत की धुन पर गरबा नृत्य कर रहे हैं। यह नजारा सच में अद्भुत और मंत्रमुग्ध कर देने वाला है। अम्बाजी में गरबा की रातें भक्तों और पर्यटकों दोनों को आकर्षित कर रही हैं।
राम जन्मभूमि मंदिर की भव्य सजावट
अयोध्या स्थित राम जन्मभूमि मंदिर को इस नवरात्रि पर फूलों से सजाया गया है। मंदिर की सुंदरता और भव्यता इस समय अपने शिखर पर है। खास अवसर के लिए श्रद्धालुओं ने अपना सहयोग दिया है और मंदिर को भव्य रूप से सजाने में योगदान दिया है। यहां आए भक्त रामजी की पूजा अर्चना करते हुए उनके प्रति अपनी आस्था व्यक्त कर रहे हैं।
नवरात्रि का सामाजिक महत्व
चैत्र नवरात्रि सिर्फ धार्मिक आस्था का पर्व नहीं है, बल्कि यह सामाजिक एकता और सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक भी है। इस दौरान विभिन्न धर्म और जाति के लोग एकत्रित होकर समारोह का आनंद लेते हैं। यह पर्व भाईचारे और आपसी सहयोग का संदेश भी देता है।
निष्कर्ष
नवरात्रि का यह पर्व हर वर्ष भक्तों को एक नई ऊर्जा और उत्थान प्रदान करता है। माता रानी का आशीर्वाद सभी पर बना रहे और सभी भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण हों। इस पर्व की खुशियों को बांटते रहें और धर्म के मार्ग पर इसी प्रकार आगे बढ़ते रहें। इसके बारे में अधिक अपडेट के लिए, kharchaapani.com पर जाएं।
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