गुप्त नवरात्रि में की जाती है महाविद्याओं की साधना:बंगाल में है दस महाविद्याओं में से एक तारापीठ, तंत्र-मंत्र के लिए प्रसिद्ध है ये मंदिर
बंगाल के बीरभूम जिले में दस महाविद्याओं में से एक तारापीठ मंदिर स्थित है। ये मंदिर तंत्र-मंत्र से जुड़ी साधनाओं के लिए प्रसिद्ध है। अभी माघ मास की गुप्त नवरात्रि चल रही है। इस नवरात्रि में देवी की दस महाविद्याओं की साधना और उनका दर्शन-पूजन करने की परंपरा है। जानिए तारापीठ से जुड़ी खास बातें... दस महाविद्याओं में दूसरी हैं मां तारा देवी सती की दस महाविद्याओं में काली, तारा, त्रिपुर सुंदरी, भुवनेश्वरी, छिन्नमस्ता, भैरवी, धूमावती, बगलामुखी, मातंगी, कमला शामिल हैं। इनमें दूसरी महाविद्या मां तारा हैं। तारापीठ से जुड़ी खास बातें

गुप्त नवरात्रि में की जाती है महाविद्याओं की साधना:बंगाल में है दस महाविद्याओं में से एक तारापीठ
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लेखिका: सुष्मिता देव, नेतनागरी टीम
परिचय
गुप्त नवरात्रि भारतीय संस्कृति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिसमें माँ दुर्गा की महाविद्याओं की साधना की जाती है। इस समय, श्रद्धालु विशेष रूप से बंगाल की धरती पर स्थित तारापीठ जैसे स्थानों पर पहुंचते हैं। यह मंदिर तंत्र-मंत्र और शक्ति उपासना के लिए प्रसिद्ध है।
तारापीठ: महाविद्याओं का केंद्र
तारापीठ, जिसे शक्ति के उपासकों का गुरूकुल माना जाता है, पश्चिम बंगाल के बोर्धमान जिले में स्थित है। यह मंदिर दस महाविद्याओं में से एक महाविद्या तारा की उपासना के लिए प्रसिद्ध है। यहां हर साल लाखों साधक आते हैं और विशेष रूप से गुप्त नवरात्रि के दौरान विधि-विधान से साधना करते हैं।
गुप्त नवरात्रि का महत्व
गुप्त नवरात्रि का यह पर्व साधक के लिए विशेष अवसर होता है, जब वे देवी महाकाली, महालक्ष्मी और महासरस्वती की कृपा पाने के लिए तंत्र साधना करते हैं। इस दौरान साधना के विशेष विधियों का पालन किया जाता है, जैसे रात्रि जागरण, मंत्र पाठ, और तंत्र साधना। इस समय देवी की विशेष पूजा-अर्चना करने से भक्तों को जीवन की सभी कठिनाइयों से मुक्ति मिलती है।
तंत्र-मंत्र की साधना
तारापीठ में तंत्र-मंत्र की साधना करने वाले साधकों की एक लंबी परंपरा है। यहां पर साधक विशेष मंत्रों का जाप करते हैं और देवी की उपासना के लिए विभिन्न अनुष्ठान करते हैं। तंत्र साधना के लिए अनुभवी गुरु की आवश्यकता होती है जो साधकों को सही दिशा में मार्गदर्शन करते हैं। यह स्थान उनकी साधना को शुद्धता और ऊर्जा प्रदान करता है।
समापन
गुप्त नवरात्रि का पर्व साधकों के लिए एक अद्वितीय अवसर है, जहां उन्हें शक्ति और ऊर्जा के साथ देवी महाविद्याओं की कृपा मिलती है। तारापीठ जैसे मंदिरों में साधना करके भक्त अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं। सभी भक्त जो इस समय में जाग्रत रहकर तंत्र मंत्र की साधना करना चाहते हैं, उन्हें तारापीठ अवश्य आना चाहिए।
इस प्रकार, गुप्त नवरात्रि में महाविद्याओं की साधना केवल व्यक्ति के जीवन को ही नहीं बदलती, बल्कि समाज और संस्कृति को भी परिष्कृत करती है। सही साधना और श्रद्धा से भक्त अपनी भक्ति को एक नया आयाम देते हैं।
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