केंद्रीय मंत्री अठावले बोले- हिन्दू-मुस्लिम की शादी लव जिहाद नहीं:कहा- धर्मांतरण के लिए कानून हो; महाराष्ट्र सरकार ने 3 दिन पहले कमेटी बनाई
महाराष्ट्र की भाजपा सरकार ने हाल ही में लव जिहाद और जबरन धर्मांतरण जैसे मामलों के खिलाफ कानून बनाने के लिए 7 सदस्यीय कमेटी बनाई है। कमेटी महाराष्ट्र के DGP संजय वर्मा की अध्यक्षता में बनाई गई है। इस पर मौजूदा बीजेपी सरकार में केंद्रीय मंत्री और NDA सहयोगी दल के नेता रामदास अठावले ने आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा- धर्मांतरण रोकने के लिए प्रावधान होने चाहिए, लेकिन समाज और धर्मों के बीच तालमेल बनाए रखना भी जरूरी है। अठावले बोले- लव जिहाद कहना गलत केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने कहा कि अंतरधार्मिक शादियों को लव जिहाद कहना गलत है। वही, उन्होंने जबरन धर्मांतरण को रोकने की जरूरत भी बताई। हालांकि, अठावले पहले लव जिहाद कानून के समर्थन में थे, लेकिन अब उनका कहना है कि अगर हिंदू लड़की और मुस्लिम लड़के के बीच शादी होती है तो धर्मांतरण नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा अगर कोई हिंदू लड़की और मुस्लिम लड़का आपसी सहमति से शादी करते हैं, तो इसे लव जिहाद नहीं कहा जाना चाहिए, लेकिन जबरन धर्मांतरण गलत है। पीएम मोदी के लिए सब एक समान- अठावले अठावले ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बचाव करते हुए कहा कि वह सभी समुदायों के हित के लिए काम करते हैं और उनकी योजनाओं का लाभ सभी को मिलता है। उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री मोदी सभी को एक समान मानते हैं। उनकी नीतियों का लाभ मुसलमानों को भी मिलता है। वह कट्टरपंथी मुसलमानों के खिलाफ हैं, न कि पूरे समुदाय के खिलाफ। पैनल में वरिष्ठ अधिकारी शामिल 7 सदस्यीय कमेटी के पैनल में महिला एवं बाल कल्याण, अल्पसंख्यक मामले, कानून एवं न्यायपालिका, सामाजिक न्याय, विशेष सहायता और गृह जैसे प्रमुख विभागों के वरिष्ठ अधिकारी शामिल किए गए हैं। कमेटी जबरन धर्मांतरण और लव जिहाद की मामले में शिकायतों को कैसे निपटाया जाए, यह सुझाव देगी। इसके अलावा यह दूसरे राज्यों में लागू कानूनों की स्टडी करेगी और इस आधार पर कानूनी सलाह देगी। महाराष्ट्र की रहने वाली श्रद्धा वाकर की उसके बॉयफ्रेंड आफताब पूनावाला ने 2022 में दिल्ली में हत्या कर शव के टुकड़े कर दिए थे। भाजपा ने इस मामले के बाद राज्य में लव जिहाद का मुद्दा उठाया था। सुप्रिया सुले बोलीं- शादी या प्रेम निजी इच्छा इस मामले पर महाराष्ट्र में विपक्षी पार्टी NCP शरद पवार की लीडर सुप्रिया सुले ने कहा- शादी या प्रेम निजी इच्छा है। मैं सरकार से निवेदन करती हूं कि यह असल मुद्दों पर ध्यान दें। मोदी जी अभी अमेरिका से वापस लौटे हैं। अमेरिका ने हम पर नए टैरिफ लगा दिए हैं, जिसका प्रभाव हमारे देश पर पड़ेगा। ऐसे मामलों पर ध्यान देना चाहिए। फडणवीस ने कहा था- एक लाख से अधिक शिकायतें मिलीं अक्टूबर, 2024 में तत्कालीन उप मुख्यमंत्री और वर्तमान मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा था- एक दशक पहले हम सोचते थे कि लव जिहाद की बात इक्का-दुक्का घटना है, लेकिन एक लाख से अधिक शिकायतें मिली हैं। इनमें हिंदू महिलाओं को दूसरे धर्मों के पुरुषों के साथ भागकर शादी करने का झांसा दिया गया। कानून में कितने साल सजा का प्रावधान धर्म परिवर्तन के लिए कोई भी व्यक्ति किसी को जान या संपत्ति का भय दिखाता है, बल का प्रयोग करता, शादी का दबाव बनाता है तो उसे भी आजीवन कारावास और जुर्माने की सजा भुगतान करना होता है। लेकिन सभी राज्यों में सजा के प्रावधान अलग- अलग हैं। यूपी सरकार ने 2021 में कानून पारित किया था सरकार इस बिल को पहली बार 2021 में लेकर आई थी। अब इसमें संशोधन किया गया है। पहले अधिकतम 10 वर्ष की सजा और 50 हजार रुपए जुर्माने का प्रावधान था। कानून लागू होने से लेकर अप्रैल, 2023 तक 427 केस दर्ज हुए थे। इनमें से 65 नाबालिग लड़कियों का धर्म परिवर्तन कराया गया था। सबसे ज्यादा केस बरेली में दर्ज हुए थे। ----------------------------- ये खबर भी पढ़ें.... महाराष्ट्र लव जिहाद के खिलाफ कानून लाने की तैयारी में:7 मेंबर्स का पैनल बनाया; दूसरे राज्यों के कानून की स्टडी कर सरकार को सुझाव देगा महाराष्ट्र की भाजपा सरकार ने लव जिहाद और जबरन धर्मांतरण जैसे मामलों के खिलाफ कानून बनाने के लिए 7 सदस्यीय कमेटी बनाई है। कमेटी महाराष्ट्र के DGP संजय वर्मा की अध्यक्षता में बनाई गई है। पढ़ें पूरी खबर

केंद्रीय मंत्री अठावले बोले- हिन्दू-मुस्लिम की शादी लव जिहाद नहीं: कहा- धर्मांतरण के लिए कानून हो; महाराष्ट्र सरकार ने 3 दिन पहले कमेटी बनाई
खर्चा पानी
लेखिका: प्रियंका शर्मा, टीना कपूर, टीम नेतानागरी
संक्षिप्त परिचय
महाराष्ट्र के केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने हाल ही में एक बयान में कहा कि हिन्दू-मुस्लिम के बीच विवाह को लव जिहाद नहीं माना जाना चाहिए। उन्होंने धर्मांतरण के लिए एक मजबूत कानून बनाने की आवश्यकता पर भी जोर दिया। यह बयान तब आया है जब महाराष्ट्र सरकार ने लव जिहाद के आरोपों की जांच के लिए एक कमेटी का गठन किया है।
अठावले का बयान
मंत्री अठावले ने कहा, "हिन्दू और मुस्लिम के बीच शादी करने को लव जिहाद का नाम नहीं देना चाहिए। यह प्रेम का मामला है और हमें इसे समझने की आवश्यकता है।" उन्होंने आगे कहा कि विवाह के दौरान धर्म परिवर्तन जैसी घटनाएं समाज में खटास पैदा कर सकती हैं, इसलिए एक सख्त कानून बनाना आवश्यक है।
कानून बनाने की आवश्यकता
अठावले ने धर्मांतरण को लेकर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि जब लोग धर्म बदलते हैं, तो इसके पीछे कई बार सामाजिक और राजनीतिक कारण होते हैं। उन्होंने कहा, "मौजूदा कानूनों में ऐसे मामलों को सुरक्षित रखने के लिए कुछ छूट दें, ताकि इस प्रकार की घटनाएं कम हो सकें।"
महाराष्ट्र सरकार की पहल
महाराष्ट्र सरकार ने सिर्फ तीन दिन पहले एक कमेटी का गठन किया है, जिसका उद्देश्य लव जिहाद के मामलों की जांच करना है। इस कमेटी में विशेषज्ञों को शामिल किया जाएगा जो इस मुद्दे पर अपनी राय देंगे। सरकार का मानना है कि यह मुद्दा समाज में बढ़ रहे तनाव को काबू करने में मदद करेगा।
समाजिक प्रतिक्रियाएँ
इस बयान के बाद समाज में मिश्रित प्रतिक्रियाएँ सामने आई हैं। कुछ लोगों का मानना है कि इस तरह के मुद्दे को राजनीतिक मोड़ देने से समाज में और अधिक विवाद पैदा होंगे, वहीं कुछ का मानना है कि कानून बनाने से इस समस्या का समाधान हो सकता है।
निष्कर्ष
अठावले का यह बयान एक महत्वपूर्ण बिंदु को उजागर करता है कि हमें प्रेम और विवाह के मामलों को धार्मिक दृष्टिकोण से अलग करके देखना होगा। धर्मांतरण पर कानून की आवश्यकता को लेकर समाज में चर्चा होना एक सकारात्मक संकेत है। यह महत्वपूर्ण है कि हम इस मुद्दे पर खुलकर बात करें और इसे एक नई दिशा में ले जाने की कोशिश करें।
Keywords
Hindu Muslim Marriage, Love Jihad, Ramdas Athawale, Maharashtra Government, Religious Conversion Law, Social Issues, Committee Formation, Indian Politics, Community Relations, Marriage IssuesWhat's Your Reaction?






