किरोड़ीलाल का पार्टी को जवाब-मेरे पास फोन-टैपिंग का इनपुट था:मैंने सामाजिक कार्यक्रम में बात रखी, किसी ने वायरल कर दिया; 2 दिन पहले मिला था नोटिस
मंत्री किरोड़ीलाल मीणा ने फोन टैपिंग के बयान को लेकर मिले अनुशासनहीनता के नोटिस का जवाब दे दिया है। किरोड़ी ने बुधवार (12 फरवरी) ई-मेल के जरिए अपना जवाब प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ को भेजा है। जवाब की कॉपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष और केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह को भी भेजी है। अपने जवाब में किरोड़ी ने कहा - मेरा फोन टैप हो रहा है। इसका इनपुट मुझे मिला था। मैंने मीडिया में किसी से भी यह बात नहीं कही। मैंने सामाजिक कार्यक्रम में अपनी बात रखी थी। जिसे किसी ने वायरल कर दिया। मैने हमेशा पार्टी के लिए काम किया है। मैं पार्टी का अनुशासित सिपाही हूं। पहले जानिए- जयपुर के आमागढ़ मंदिर में किरोड़ीलाल ने क्या कहा था- मैंने भ्रष्टाचार के कुछ मामले बीच में उठाए थे, 50 फर्जी थानेदारों को गिरफ्तार किया गया। मैंने जब कहा कि ये परीक्षा रद्द करो, तो सरकार ने मेरी बात नहीं मानी। उल्टा सरकार की तरफ से जैसा पिछले राज में हुआ करता था, वैसा ही हो रहा है। चप्पे-चप्पे पर मेरे लिए सीआईडी लगाई जा रही है, मेरा टेलीफोन भी रिकॉर्ड किया जा रहा है। इससे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता। आज जवाब देने का था आखिरी दिन भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ ने सोमवार (10 फरवरी) को कैबिनेट मंत्री किरोड़ीलाल मीणा को अनुशासनहीनता का नोटिस भेजा था। पार्टी ने किरोड़ी के फोन टैपिंग के बयान को अनुशासनहीनता माना था। किरोड़ी को कारण बताओ नोटिस जारी कर तीन दिन में जवाब मांगा गया है। इससे पहले ही आज मंत्री किरोड़ीलाल मीणा ने अपना जवाब पार्टी प्रदेशाध्यक्ष को भेज दिया है। किरोड़ी के आरोपों पर सदन में हुआ था जमकर हंगामा दरअसल, किरोड़ीलाल के बयानों के कारण कांग्रेस ने विधानसभा में सरकार को जमकर घेरा था। इसके बाद पार्टी हाईकमान एक्टिव हुआ। राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मदन राठौड़ से इस बारे में चर्चा की थी, इसके बाद उन्हें नोटिस भेजा गया। नोटिस में कहा गया था कि सार्वजनिक रूप से बयान देकर भाजपा नीत सरकार पर फोन टैप कराने का आरोप लगाया, जो असत्य है। आपने बयान देकर भाजपा की बहुमत वाली सरकार की प्रतिष्ठा को धूमिल करने का काम किया है। किरोड़ी के फोन टैपिंग के आरोपी के बाद विधानसभा में जमकर हंगामा हुआ था। कांग्रेस ने मुख्यमंत्री से इस्तीफा की मांग भी की थी। नेता प्रतिपक्ष ने विरोध के चलते राज्यपाल के अभिभाषण पर भाषण तक नहीं दिया था। अपनी सरकार पर सवाल खड़े कर चुके किरोड़ी, पढ़ें 4 बयान... 1. किरोड़ीलाल मीणा बोले थे- फोन टैप हो रहा, मैं डरता नहीं मंत्री डॉ किरोड़ीलाल मीणा ने 6 फरवरी को अपनी सरकार पर आरोप लगाए थे। जयपुर में मीणा ने कहा था कि- मेरे लिए सीआईडी लाई जा रही है और मेरा फोन टैप हो रहा है। मैंने भ्रष्टाचार के कुछ मामले बीच में उठाए थे, 50 फर्जी थानेदारों को गिरफ्तार किया गया था। पढ़ें पूरी खबर... 2. आज भी मेरा अपमान हो रहा है कृषि मंत्री किरोड़ीलाल मीणा ने 10 दिन पहले भी अपनी ही सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया था। उन्होंने कहा था कि कांग्रेस राज में मेरा अपमान हुआ, अब राज में भी मेरा अपमान किया जा रहा है। आज का समय मिलावट का है। हां में हां करते जाएंगे तो रिश्ते लंबे चलेंगे। पढ़ें पूरी खबर 3. मेरी सरकार में मेरे खिलाफ ही मामला दर्ज हुआ राइजिंग राजस्थान से पहले 6 दिसंबर को मंत्री किरोड़ीलाल मीणा अपनी ही सरकार के खिलाफ हो गए थे। किरोड़ीलाल मीणा ने प्रेस क्लब में मीडिया से बात करते हुए कहा था- मेरी सरकार में मेरे ही खिलाफ मुकदमा दर्ज हो रहा है। सीआई कविता शर्मा इतनी असरदार है कि कांग्रेस के शासनकाल में भी उसका बाल बांका नहीं हुआ। पढ़ें पूरी खबर 4. भाई की हार पर बोले थे- हमें घेरकर मारा गया 18 जनवरी को कैबिनेट मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने विधानसभा उप चुनाव में अपने भाई जगमोहन मीणा की हार पर कहा था- हार-जीत एक जोड़ा है, सुख-दुख की तरह। चुनाव हार भी जाते हैं, जीत भी जाते हैं। आपने महाभारत देखा, जैसे अभिमन्यु को घेरकर सब मार रहे हैं, वैसे मारा गया है। पढ़ें पूरी खबर

किरोड़ीलाल का पार्टी को जवाब-मेरे पास फोन-टैपिंग का इनपुट था
लेखिका: सुमित्रा शर्मा, टीम नीतानागरी
खर्चा पानी
परिचय
राजस्थान की राजनीति में हाल के दिनों में काफी हलचल देखने को मिल रही है। हाल ही में किरोड़ीलाल मेघवाल ने अपने पार्टी सदस्यों को एक महत्वपूर्ण जवाब दिया है। उन्होंने कहा है कि उनके पास फोन-टैपिंग का इनपुट था और उन्होंने इसे सामाजिक कार्यक्रम में साझा किया, लेकिन दुर्भाग्यवश यह जानकारी पहले से ही वायरल हो गई। आज हम इसी विषय पर चर्चा करेंगे, जो राजनैतिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण है।
घटना की पृष्ठभूमि
यह घटना तब शुरू हुई जब किरोड़ीलाल ने अपने एक कार्यक्रम में फोन-टैपिंग पर टिप्पणी की। इससे पहले उन्हें पार्टी से नोटिस मिला था, जिसमें उनका बयान विवादास्पद माना गया था। किरोड़ीलाल का आरोप है कि उनकी बातों को गलत ढंग से पेश किया गया और इसे एक बड़ी साजिश के तहत वायरल किया गया।
किरोड़ीलाल का स्पष्टीकरण
किरोड़ीलाल ने स्पष्ट किया कि उन्होंने फोन-टैपिंग का मुद्दा उठाने का निर्णय तब लिया जब उन्हें इस संबंध में कुछ ठोस जानकारी मिली। उन्होंने कहा, "मैंने सामाजिक कार्यक्रम में अपनी चिंताओं को व्यक्त किया। मुझे यह जानकर दुख हुआ कि मेरे शब्दों को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया।"
राजनीतिक प्रतिक्रिया
उनके बयान के बाद पार्टी में जोरदार प्रतिक्रियाएं देखने को मिली हैं। कई पार्टी सदस्यों ने उनके खिलाफ मोर्चा खोला है, जबकि कुछ ने उनके समर्थन में खड़े होने की बात कही है। इस पूरे घटनाक्रम ने राज्य की राजनीति में एक नई चर्चा को जन्म दिया है, जहां मुद्दे को लेकर मतभेद खुलकर सामने आ गए हैं।
निष्कर्ष
किरोड़ीलाल का यह बयान राजनीति के बीच चल रहे वेदनापूर्ण संघर्ष को एक नया मोड़ दे सकता है। फोन-टैपिंग जैसे संवेदनशील विषय पर खुलकर बात करना, एक साहसी कदम है, जो उन्हें पार्टी के भीतर और बाहर दोनों ही जगहों पर महत्वपूर्ण बना सकता है। आने वाले समय में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या उनकी पार्टी इस मुद्दे पर ठोस कदम उठाती है या परिस्थितियों को अनदेखा करती है।
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