अज्ञान हमारा सबसे बड़ा शत्रु है। अज्ञान से ही हम दूसरों को अपना शत्रु मानने लगते...
हम अपने संकल्प और विचार से बने हैं, हम अपनी सोच की फसल हैं। हमने ही स्वयं को बना...
भगवान का विधान सभी के लिए मंगलमय, निर्दोष और कल्याणकारी है। ये विधान प्रत्येक जी...