1 अप्रैल से बंद हो जाएगी 'महिला सम्मान सेविंग्स-सर्टिफिकेट' स्कीम:इसमें मिल रहा 7.5% सालाना ब्याज, जानें इससे जुड़ी खास बातें
सरकार द्वारा महिलाओं के लिए चलाई जा रही खास इन्वेस्टमेंट स्कीम 'महिला सम्मान सेविंग्स सर्टिफिकेट' (MSSC) 1 अप्रैल 2025 से बंद हो रही है। 31 मार्च 2025 के बाद इस स्कीम में पैसा नहीं लगाया जा सकेगा। 1 फरवरी 2023 को पेश बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस योजना को शुरू करने की घोषणा की थी। वहीं योजना की शुरुआत 1 अप्रैल 2023 से 2 साल के लिए की गई थी। यानी 31 मार्च 2025 के बाद इस स्कीम के दो साल पूरे हो रहे हैं। इस स्कीम में मिल रहा 7.5% सालाना ब्याज इस स्कीम में 7.5% सालाना ब्याज दिया जा रहा है। इसमें कम से कम 1000 रुपए से लेकर अधिकतम 2 लाख रुपए का निवेश किया जा सकता है। इसमें 2 साल के लिए निवेश करना होता है। 2 साल से पहले भी निकाल सकेंगे पैसा खास परिस्थितियों में ये अकाउंट 2 साल से पहले, लेकिन 6 महीने बाद ही बंद किया जा सकता है। हालांकि ऐसा करने पर 7.5% की जगह 5.5% ही ब्याज मिलेगा। ये ब्याज प्रिंसिपल अमाउंट पर दिया जाएगा। इसके अलावा आप 1 साल बाद 40% रकम निकाल सकते हैं। बच्ची के नाम पर भी कर सकते हैं निवेश इस स्कीम के तहत महिला खुद के लिए अकाउंट खुलवा सकती हैं। इसके अलावा मामा-पिता (गार्जियन) अपनी बेटी (नाबालिग) के नाम पर भी ‘महिला सम्मान सेविंग्स सर्टिफिकेट’ में निवेश कर सकते हैं। यानी इसमें नाबालिग लड़की के नाम पर भी निवेश किया जा सकता है। कहां और कैसे खोल सकते हैं इसमें अकाउंट? आप किसी भी डाकघर और अधिकृत बैंकों में MSSC खाता खोल सकते हैं। खाता खोलने के लिए आपको इसके फॉर्म के साथ ही केवाईसी डॉक्यूमेंट्स जमा करने होंगे। स्कीम से जुड़ी अधिक जानकारी के लिए यहां क्लिक करें

1 अप्रैल से बंद हो जाएगी 'महिला सम्मान सेविंग्स-सर्टिफिकेट' स्कीम: इसमें मिल रहा 7.5% सालाना ब्याज, जानें इससे जुड़ी खास बातें
Kharchaa Pani
लेखक: स्नेha शर्मा, अंजलि वाघमारे, टीम नेटानागरी
परिचय
महिलाओं के लिए शुरू की गई 'महिला सम्मान सेविंग्स-सर्टिफिकेट' स्कीम 1 अप्रैल 2024 से बंद होने जा रही है। इस योजना में महिलाओं को 7.5% का सालाना ब्याज मिलता था, लेकिन अब इसे समाप्त कर दिया जाएगा। इसके तहत महिलाएं सुरक्षित और अच्छे ब्याज दर पर अपनी बचत कर सकती थीं। आइये जानते हैं इस योजना से जुड़ी कुछ खास बातें जो इसे खास बनाती थीं।
महिला सम्मान सेविंग्स-सर्टिफिकेट की खास बातें
यह स्कीम भारतीय महिला अधिकारियों द्वारा विशेष तरह से महिलाओं के वित्तीय सशक्तिकरण के लिए बनाई गई थी। इसमें कुछ प्रमुख विशेषताएँ थीं:
- उच्च ब्याज दर: इस स्कीम में निरंतर 7.5% सालाना ब्याज मिलता था, जो सामान्य बचत खाता की तुलना में काफी अधिक था।
- कम से कम राशि निवेश: इस योजना में निवेश की न्यूनतम राशि केवल ₹1,000 थी, जिससे हर महिला अपनी बचत कर सकती थी।
- सुरक्षा: यह एक सरकारी योजना थी, जिसमें निवेश पूरी तरह से सुरक्षित था।
बंद होने का कारण और विकल्प
सरकार द्वारा इस स्कीम को समाप्त करने का मुख्य कारण महिला आर्थिक विकास को नई दिशा देना है। इसके बजाय, कुछ अन्य योजनाएं भी शुरू की जा सकती हैं, जो अधिक लाभदायक हो सकती हैं। महिलाएं अब अन्य बचत योजनाओं की ओर रुख कर सकती हैं, जैसे कि प्रीमियम बचत योजना या नॉन-बैंकिंग वित्तीय संस्थानों में निवेश करने के विकल्प।
कैसे करें बचत योजना का लाभ उठाना?
इस योजना के अंतर्गत जिन्होंने निवेश किया है, वे निश्चित रूप से इसे समाप्त होने से पहले अपने लाभ को भुनाने का प्रयास करें। निवेशक अपनी पूंजी की जांच कर सकते हैं और देख सकते हैं कि वे किस तरह इससे अधिकतम लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
निष्कर्ष
'महिला सम्मान सेविंग्स-सर्टिफिकेट' स्कीम का बंद होना महिलाओं के लिए एक बड़ा परिवर्तन है। इससे पहले भी कई योजनाएं बंद हो चुकी हैं, लेकिन यह योजना महिलाओं को वित्तीय आत्मनिर्भरता की ओर एक कदम बढ़ाने में मदद कर रही थी। इस बदलाव का सकारात्मक या नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा, यह आने वाले समय में ही स्पष्ट होगा। इसके साथ ही, निवेशकों को नए विकल्पों पर नजर रखनी चाहिए और समझदारी से निवेश करना चाहिए।
अधिक जानकारी और अपडेट के लिए, kharchaapani.com पर जाएँ।
Keywords
महिला सम्मान सेविंग्स, स्कीम बंद, 7.5% ब्याज, वित्तीय सशक्तिकरण, सेविंग्स सर्टिफिकेट, सरकारी योजना, निवेश के विकल्प, महिलाएँ निवेश, भविष्य की योजनाएँ, सुरक्षित बचतWhat's Your Reaction?






