टैरिफ ऐलान से अमेरिकी-बाजार लगातार दूसरे दिन गिरा:डाउ जोन्स में करीब 4% की गिरावट, बोइंग-इंटेल के शेयर 8% तक टूटे
अमेरिकी राष्ट्रपति के रेसिप्रोकल टैरिफ के ऐलान के बाद लगातार दूसरे दिन अमेरिकी शेयर बाजार में भारी गिरावट देखने को मिल रही है। 4 अप्रैल को अमेरिकी शेयर बाजार का इंडेक्स डाउ जोन्स 1,457 पॉइंट (3.59%) गिरकर 39,088 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। एक दिन पहले भी डाउ जोन्स 3.98% गिरा था। यानी दो दिन में डाउ जोन्स अब तक 7% से ज्यादा गिरा है। वहीं, SP 500 इंडेक्स में 218 पॉइंट (4.06%) की गिरावट है। ये 5,177 के स्तर पर आ गया। नैस्डेक कंपोजिट 739 अंक (4.47%) गिरकर 15,810 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। बोइंग, इंटेल, बैंक, गोल्डमैन सैक और डाउ INC जैसी कंपनियों के शेयरों में 8% तक की गिरावट देखने को मिल रही है। डॉउ जोन्स इंडेक्स के टॉप लूजर अमेरिकी बाजार में गिरावट के 4 कारण 3 अप्रैल को डाउ जोन्स 3.98% गिरकर 40,545 के स्तर पर बंद हुआ था 3 अप्रैल को अमेरिकी शेयर बाजार का इंडेक्स डाउ जोन्स 1,679 पॉइंट (3.98%) गिरकर 40,545 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं, SP 500 इंडेक्स में 274 पॉइंट (4.84%) की गिरावट रही। ये 5,450 के स्तर पर आ गया। नैस्डेक कंपोजिट सबसे ज्यादा 1,050 अंक (5.97%) गिरकर बंद हुआ। बीते 10 साल में SP 500 इंडेक्स की 4% से ज्यादा की गिरावट 9 अप्रैल से लागू होंगे रेसिप्रोकल टैरिफ अमेरिका में आने वाले सभी सामानों पर 10% बेसलाइन (न्यूनतम) टैरिफ लगेगा। बेसलाइन टैरिफ 5 अप्रैल को और रेसिप्रोकल टैरिफ 9 अप्रैल को रात 12 बजे के बाद लागू होंगे। बेसलाइन टैरिफ व्यापार के सामान्य नियमों के तहत आयात पर लगाया जाता है, जबकि रेसिप्रोकल टैरिफ किसी अन्य देश के टैरिफ के जवाब में लगाया जाता है। सेंसेक्स 930 अंक गिरकर 75,364 पर बंद हुआ सेंसेक्स आज यानी 4 अप्रैल को 930 अंक (1.22%) की गिरावट के साथ 75,364 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं निफ्टी में 345 अंक (1.49%) की गिरावट रही, ये 22,904 के स्तर पर बंद हुआ। NSE सेक्टोरल इंडाइसेज में निफ्टी मेटल इंडेक्स करीब 6.56% टूटा। फार्मा, रियल्टी और आईटी इंडेक्स में करीब 4% की गिरावट रही। ऑटो, मीडिया इंडेक्स में करीब 3% की गिरावट रही।

टैरिफ ऐलान से अमेरिकी-बाजार लगातार दूसरे दिन गिरा: डाउ जोन्स में करीब 4% की गिरावट, बोइंग-इंटेल के शेयर 8% तक टूटे
Kharchaa Pani
लेखिका: राधिका शर्मा, नीतू वर्मा
टीम नीतानागरी
परिचय
हाल के दिनों में अमेरिकी बाजार के लिए अच्छे संकेत नहीं मिल रहे हैं। टैरिफ के नए ऐलान के चलते डाउ जोन्स में लगभग 4% की गिरावट आई है। इसके साथ ही, प्रमुख कंपनियों जैसे बोइंग और इंटेल के शेयरों में 8% तक की गिरावट दर्ज की गई है। इस परिस्थिति की जड़ें टैक्स नीति में बदलाव और वैश्विक आर्थिक हालातों से जुड़ी हुई हैं। आइए, हम इस स्थिति के बारे में विस्तार से जानते हैं।
टैरिफ का प्रभाव
टैरिफ वृद्धि का असर केवल शेयर बाजार तक ही सीमित नहीं है, बल्कि यह पूरे आर्थिक ढांचे पर गहरा प्रभाव डाल सकता है। ऐसे में निवेशक चिंता में हैं कि क्या यह गिरावट लंबे समय तक बनी रहेगी। विश्लेषकों का मानना है कि ऐसे टैरिफ बढ़ाने का निर्णय वैश्विक कारोबारी माहौल को और भी मुश्किल बना सकता है।
कंपनियों पर असर
बोइंग और इंटेल जैसी कंपनियों की गिरावट ने निवेशकों को बड़े पैमाने पर चिंतित किया है। बोइंग ने हाल ही में कुछ महत्वपूर्ण कॉन्ट्रैक्ट खो दिए थे, जबकि इंटेल की नई चिप तकनीक में देरी की खबरें भी सामने आई थीं। इन कारणों से दोनों कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट देखने को मिली है।
बाजार की प्रतिक्रिया
डाउ जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज ने इस गिरावट के बाद व्यापारियों के लिए कई सवाल पैदा कर दिए हैं। बाजार में अस्थिरता के कारण निवेशक अब अधिक एहतियात बरतने को मजबूर हैं। इससे पहले, बाजार में बढ़ती एसीटी में भी गिरावट आई थी, जो कि इन नकारात्मक संकेतों के साथ जोड़कर देखा जा रहा है।
निष्कर्ष
टैरिफ ऐलान और उसके बाद बाजार में आई गिरावट ने निवेशकों के मनोबल को कमजोर किया है। इन आर्थिक हालातों के प्रभाव को देखते हुए, उचित रणनीति बनाना आवश्यक होगा। भविष्य में बाजार की गतिविधियों पर नजर रखना बेहद जरूरी होगा।
यदि आप अपने निवेश को सुरक्षित रखना चाहते हैं, तो हमारे सुझावों का पालन करें। अधिक अपडेट के लिए, kharchaapani.com पर जाएं।
Keywords
Tariff announcement, US market decline, Dow Jones drop, Boeing stocks, Intel shares, economic impact, investor concerns, financial strategies, market volatility, global economy.What's Your Reaction?






