उत्तराखंड में समय पर मानसून की दस्तक, भारी बारिश का अलर्ट जारी
उत्तराखंड में मानसून ने दस्तक दे दी है। हरिद्वार के कुछ क्षेत्रों को छोड़ समूचे... The post रिमझिम बारिश के साथ समय पर उत्तराखंड पहुंचा मानसून, ज्यादातर इलाकों में वर्षा जारी, भारी बारिश का अलर्ट first appeared on Newz Studio.

उत्तराखंड में समय पर मानसून की दस्तक, भारी बारिश का अलर्ट जारी
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लेखिका: निधि शर्मा, सिया वर्मा, टीम खर्चापानी
उत्तराखंड में मानसून का आगमन
उत्तराखंड में इस साल मानसून ने संक्रांति के अनुसार समय पर दस्तक दी है। हरिद्वार के कुछ क्षेत्रों को छोड़कर समूचे प्रदेश में रिमझिम बारिश हो रही है। बीते कुछ दिनों से उत्तराखंड के अधिकांश हिस्सों में वर्षा जारी है, जिससे ठंडक का अनुभव हो रहा है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने आगामी दिनों के लिए भारी बारिश का अलर्ट भी जारी किया है।
मानसून का ऐतिहासिक संदर्भ
उत्तराखंड में मानसून की सामान्य तिथि 20 जून रहती है। पिछले वर्ष मानसून 27 जून को पहुंचा था, जबकि 2021 में यह 13 जून को आ गया था। आमतौर पर मानसून का आगमन केरल से होता है, और उत्तर भारत में पहुंचने में लगभग 20 दिन लगते हैं। इस वर्ष मानसून ने 24 मई को केरल में दस्तक दी थी, लेकिन उत्तराखंड में इसके आगमन में थोड़ी देरी हुई।
वर्षा की स्थिति और संभावनाएं
इस वर्ष मई में सामान्य से लगभग दोगुना वर्षा दर्ज की गई, जबकि जून में अभी तक सामान्य से करीब 20 प्रतिशत कम वर्षा हुई है। हालाँकि, वर्तमान बारिश से नदियों में जल स्तर बढ़ने की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार, अगले 48 घंटों में कई क्षेत्रों में तेज बारिश हो सकती है, जिससे बाढ़ की स्थिति भी उत्पन्न हो सकती है। लोगों को इस स्थिति को लेकर सावधानी बरतने की सलाह दी जा रही है।
कृषि पर प्रभाव
किसानों के लिए यह बारिश अत्यंत लाभकारी साबित हो सकती है, क्योंकि यह खरीफ फसलों के लिए आवश्यक है। बारिश से मिट्टी का तापमान कम होना और जल स्तर बढ़ना फसलों के विकास के लिए शुभ संकेत हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि मौसम के इस बदलाव से खेती को भी काफी लाभ होगा।
सतर्क रहना ज़रूरी
उत्तराखंड में मानसून का आगमन हमेशा महत्वपूर्ण पहलू रहा है। समय पर वर्षा पर्यावरण में सुधार लाने के साथ-साथ कृषि को मजबूती प्रदान करती है। हालाँकि, भारी बारिश का अलर्ट जारी होने के कारण सतर्कता बरतना आवश्यक है। प्रशासन को भी जल्द से जल्द उपाय करने की आवश्यकता है ताकि जनहित सुनिश्चित किया जा सके।
निष्कर्ष
समय पर मानसून न केवल कृषि को बल देता है, बल्कि प्राकृतिक संतुलन बनाए रखने में भी सहायता करता है। इसलिए, इसे लेकर सभी को सावधानी बरतने और आवश्यक उपायों को अपनाने का परामर्श दिया जाता है।
कम शब्दों में कहें तो, उत्तराखंड में मानसून ने समय पर अपना आगमन किया है, जबकि वर्षा से कृषि को भी लाभ होने की उम्मीद है। बाढ़ जैसी स्थिति से बचाने के लिए प्रशासन को सतर्क रहना होगा।
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साभार, टीम खर्चापानी
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