हरिद्वार: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ‘एक पेड़ मां के नाम अभियान’ के तहत किया पौधारोपण
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरूवार को मेला नियन्त्रण भवन परिसर हरिद्वार में एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत रूद्राक्ष के पौधे का रोपण किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्लोबल वॉर्मिग तथा पर्यावण असंतुलन को रोकने में वृक्षों की महत्वपूर्ण भूमिका रहती है। उन्होंने बताया कि इस अभियान का उद्देश्य है कि प्रत्येक […] The post Haridwar:-मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ‘एक पेड़ मां के नाम अभियान’ के तहत किया पौधारोपण appeared first on संवाद जान्हवी.

हरिद्वार: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ‘एक पेड़ मां के नाम अभियान’ के तहत किया पौधारोपण
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कम शब्दों में कहें तो, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को हरिद्वार में मेला नियंत्रण भवन परिसर में 'एक पेड़ मां के नाम अभियान' के तहत रुद्राक्ष का पौधा रोपित किया। इस पहल का उद्देश्य है कि लोग अपनी माताओं के नाम पर पेड़ लगाएं, जिससे पर्यावरण के प्रति एक गहरा भावनात्मक संबंध स्थापित हो सके।
जलवायु परिवर्तन से निपटने में वृक्षों का महत्व
पौधारोपण समारोह के दौरान, मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि वृक्षों की भूमिका जलवायु परिवर्तन और पर्यावरण असंतुलन के खिलाफ बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने स्पष्ट किया, "हर व्यक्ति को वृक्षों के महत्व को समझना चाहिए; ये हमारे पारिस्थितिकी तंत्र का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। माताओं के नाम पर वृक्षारोपण को प्रोत्साहित करके, हम केवल अपनी माताओं का सम्मान नहीं कर रहे हैं, बल्कि जन जागरूकता को भी बढ़ा रहे हैं।" यह पहल वृक्षारोपण को एक सामुदायिक प्रयास में बदलने का प्रयास है, जहां भावनात्मक बंधन पर्यावरण की रक्षा में भागीदारी को बढ़ावा देता है।
स्वच्छता अभियान में भागीदारी
पौधारोपण के बाद, मुख्यमंत्री धामी ने सीसीआर के पास गंगा घाट का दौरा किया और स्वच्छता अभियान में भाग लिया। उन्होंने झाड़ू लेकर क्षेत्र की स्वच्छता बनाए रखने के लिए अपनी प्रतिबद्धता प्रदर्शित की। उन्होंने सभी से, विशेष रूप से आगामी कांवड़ यात्रा में भाग लेने वाले श्रद्धालुओं से, स्वच्छता बनाए रखने और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'स्वच्छ भारत' के सिद्धांतों का पालन करने का आग्रह किया। "स्वच्छता केवल एक जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि हमारे पर्यावरण और विरासत के प्रति सम्मान करने का एक तरीका है," उन्होंने कहा।
श्रद्धालुओं के साथ संवाद
अपने दौरे के दौरान, मुख्यमंत्री धामी ने विभिन्न राज्यों से आए श्रद्धालुओं के साथ संवाद का अवसर पाया। उनसे मिलकर कई लोग हैरान हुए और उनकी सरलता और सुलभता की प्रशंसा की। मुख्यमंत्री ने पूछताछ की कि उनके तीर्थ यात्रा के दौरान किन सुविधाओं का उन्हें लाभ मिल रहा है, जिसमें परिवहन, आवास, और भोजन शामिल हैं। श्रद्धालुओं से प्राप्त फीडबैक सकारात्मक रहा, जिसमें राज्य द्वारा उनके आराम के लिए किए गए प्रबंधों की सराहना की गई।
अभियान के मुख्य निष्कर्ष
'एक पेड़ मां के नाम अभियान' हमारी प्रकृति के प्रति हमारी जिम्मेदारियों को याद दिलाता है। यह पहल न केवल वृक्षारोपण को बढ़ावा देती है, बल्कि व्यक्तियों और प्रकृति के बीच व्यक्तिगत संबंध उत्पन्न करने का प्रयास करती है, जिससे पर्यावरण संरक्षण के लिए जिम्मेदारी का आभास होता है। यह अभियान निस्संदेह पारिस्थितिकी संतुलन को बढ़ावा देने के साथ-साथ पर्यावरण संबंधी मुद्दों में जन रुचि जनित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
जब समुदाय इस अभियान के माध्यम से अपनी माताओं का सम्मान करते हैं, तो यह आने वाली पीढ़ियों के लिए हमारे प्राकृतिक संसाधनों की रक्षा के महत्व के बारे में एक मजबूत संदेश भेजता है। ऐसे grassroots आंदोलनों से परिवर्तन की एक लहर उत्पन्न हो सकती है, जो व्यक्तियों, परिवारों और सामुदायिक सहयोग को एक सामूहिक सस्टेनेबिलिटी के मिशन में प्रेरित कर सकती है।
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अंत में, मुख्यमंत्री धामी का प्रयास सामुदायिक भागीदारी की शक्ति को प्रदर्शित करता है। उनके नेतृत्व और सक्रिय उपाय निश्चित रूप से उत्तराखंड के लिए एक हरित एवं स्वस्थ भविष्य की ओर ले जाएंगे।
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