बागेश्वर और चंपावत में बाढ़ की आशंका, मौसम विभाग ने जारी किया ऑरेंज अलर्ट

मौसम विभाग ने शुक्रवार को बागेश्वर और चंपावत जिले के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया...

Aug 22, 2025 - 18:34
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बागेश्वर और चंपावत में बाढ़ की आशंका, मौसम विभाग ने जारी किया ऑरेंज अलर्ट
मौसम विभाग ने शुक्रवार को बागेश्वर और चंपावत जिले के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया...

बागेश्वर और चंपावत में बाढ़ की आशंका, मौसम विभाग ने जारी किया ऑरेंज अलर्ट

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कम शब्दों में कहें तो, मौसम विभाग ने शुक्रवार को बागेश्वर और चंपावत जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। यह चेतावनी स्थानीय निवासियों को सतर्क रहने का आग्रह करती है क्योंकि अगले कुछ दिनों में मौसम की स्थिति बिगड़ने की आशंका है।

ऑरेंज अलर्ट का महत्व

ऑरेंज अलर्ट का श्रेणीकरण इस बात का संकेत है कि इन क्षेत्रों में अत्यधिक भारी वर्षा, गर्जन के साथ बिजली चमकने, और तीव्र बारिश होने की संभावनाएं हैं। यह अलर्ट घरेलू और व्यवसायिक सक्रियताओं को प्रभावित कर सकता है। मौसम विज्ञानी बताते हैं कि बागेश्वर और चंपावत जैसे पर्वतीय क्षेत्रों में कहीं-कहीं भयंकर बारिश हो सकती है, जिससे बाढ़ और अन्य जल संबंधी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।

हालात की जानकारी

शुक्रवार सुबह कई जिलों में भारी वर्षा हुई, जिससे जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई। हालाँकि, आठ बजे के बाद मौसम सामान्य हुआ और सूरज की किरणों ने थोड़ी राहत दी। तेज धूप ने उमस बढ़ा दी, लेकिन जैसे-जैसे शाम हुई, आसमान में फिर से बादल छा गए और बारिश की संभावना जगी। इस बारिश ने तापमान में थोड़ी गिरावट बनाई है।

तापमान की जानकारी

बागेश्वर और चंपावत में बारिश से संबंधित घटनाओं के चलते तापमान में परिवर्तन देखने को मिला है। उदाहरण के लिए, गुरुवार को देहरादून का अधिकतम तापमान 34.4 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 21.2 डिग्री सेल्सियस था। इसी प्रकार, पंतनगर में अधिकतम तापमान 34.6 डिग्री और न्यूनतम 26.2 डिग्री दर्ज किया गया। मुक्तेश्वर में, अधिकतम तापमान 21.5 डिग्री और न्यूनतम तापमान 14.7 डिग्री था। नई टिहरी में अधिकतम तापमान 26.1 डिग्री और न्यूनतम तापमान 16.2 डिग्री था।

हितधारकों के लिए सलाह

स्थानीय प्रशासन ने निवासियों और पर्यटकों से आग्रह किया है कि वे मौसम की स्थिति का ध्यान रखें, विशेषकर जिनको जंगली क्षेत्रों में जाना है। यातायात संबंधी मुद्दों को लेकर भी सावधानी बरतने की आवश्यकता है, खासकर ट्रैफिक जाम या अन्य समस्याओं की स्थिति में।

अंतिम विचार

इस बारिश से तापमान में गिरावट के साथ ही फसल, जल स्तर और प्रदूषण में भी सुधार आएगा। हालांकि, भारी बारिश की संभावना के जोखिम को नकारा नहीं किया जा सकता। मौसम विभाग के अपडेट्स पर ध्यान देना आवश्यक है ताकि स्थानीय लोग समय पर आवश्यक कदम उठा सकें। मौसम की स्थिति पर नज़र रखना और एक-दूसरे की मदद करना सभी का कर्तव्य बनता है ताकि सुरक्षित रह सकें।

इसके अतिरिक्त, हम सभी को एक-दूसरे के साथ सहयोग करना चाहिए और प्राकृतिक आपदाओं के प्रति सजग रहना चाहिए।

अधिक जानकारी के लिए हमारे पोर्टल पर जाएं: www.kharchaapani.com

सादर,

टीम खर्चा पानी, स्मिता शर्मा

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