डॉक्टरी पेशे की ओर पहला कदम: एस.जी.आर.आर.आई.एम.एण्ड एच.एस. की वाईट कोट सैरेमनी

एस.जी.आर.आर.आई.एम.एण्ड एच.एस. के नव आगुंतक छात्र-छात्राओं की वाईट कोट सैरेमनी व चरक शपथ सम्पन्न   देहरादून। 06 अक्टूबर 2025ण् श्री गुरु राम राय राय इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एण्ड हैल्थ साइंसेज…

Oct 7, 2025 - 09:34
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डॉक्टरी पेशे की ओर पहला कदम: एस.जी.आर.आर.आई.एम.एण्ड एच.एस. की वाईट कोट सैरेमनी

डॉक्टरी पेशे की ओर पहला कदम: एस.जी.आर.आर.आई.एम.एण्ड एच.एस. की वाईट कोट सैरेमनी

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कम शब्दों में कहें तो, एस.जी.आर.आर.आई.एम.एण्ड एच.एस. के नव आगुंतक छात्र-छात्राओं ने अपनी वाईट कोट सैरेमनी में भाग लिया, जहाँ उन्होंने चरक शपथ ग्रहण किया। यह समारोह देहरादून में 06 अक्टूबर 2025 को आयोजित किया गया।

वाईट कोट सैरेमनी का महत्व

वाईट कोट सैरेमनी चिकित्सा शिक्षा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह एक परंपरा है जिसमें नए छात्रों को चिकित्सा क्षेत्र में अपनी जिम्मेदारियों का एहसास कराया जाता है। इस समारोह में, छात्र-छात्राएँ एक सफेद कोट पहनते हैं, जो न केवल उनके पेशेवर जीवन की शुरुआत का संकेत होता है बल्कि यह उन्हें चिकित्सकीय नैतिकता और मानवता की सेवा का संदेश भी देता है।

समारोह का आयोजन

विभिन्न गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में, एस.जी.आर.आर.आई.एम.एण्ड एच.एस. ने इस खास दिन का आयोजन किया। इस दौरान छात्रों ने न केवल अपने सफेद कोट पहने बल्कि चरक शपथ भी ली, जिसमें उन्होंने चिकित्सा के उच्च मानकों और नैतिकता के प्रति अपने समर्पण की पुष्टि की।

समारोह में शामिल अतिथिगण

इस समारोह में शामिल कई प्रमुख चिकित्सक और शिक्षाविद् छात्रों को संबोधित करने के लिए उपस्थित थे। उन्होंने नए छात्रों को सलाह दी और उनके भविष्य के प्रति शुभकामनाएँ दीं। यह अवसर सभी के लिए प्रेरणादायक था, और छात्रों ने अपने पेशेवर जीवन की शुरुआत पर गर्व महसूस किया।

चरक शपथ का महत्व

चरक शपथ, जो महान भारतीय चिकित्सक चरक के नाम पर है, यह सुनिश्चित करती है कि नए डॉक्टर मरीजों की देखभाल में ईमानदारी और सहानुभूति के सिद्धांतों का पालन करेंगे। यह शपथ उन्हें याद दिलाती है कि चिकित्सा केवल एक पेशा नहीं, बल्कि एक सेवा है।

छात्रों के लिए एक नई शुरुआत

वाईट कोट पहनने के साथ ही छात्र-छात्राओं का एक नया सफर शुरू होता है। उन्हें चिकित्सा की जटिलताओं से निपटना होगा और मरीजों की उम्मीदों पर खरा उतरना होगा। इस समारोह के माध्यम से, उन्हें यह संदेश मिलता है कि वे समाज के लिए कितने महत्वपूर्ण हैं।

निष्कर्ष

एस.जी.आर.आर.आई.एम.एण्ड एच.एस. की वाईट कोट सैरेमनी न केवल छात्रों के लिए एक गर्व का पल है, बल्कि यह चिकित्सा क्षेत्र की अनौपचारिक शुरुआत भी है। छात्रों ने अपने सफेद कोट पहनकर न केवल अपनी पहचान बनाई है बल्कि एक जिम्मेदार चिकित्सक की पहचान को भी स्वीकार किया है।

इस तरह के आयोजनों से छात्रों में न केवल आत्मविश्वास बढ़ता है, बल्कि उन्हें अपने कार्यक्षेत्र में उत्कृष्टता पाने की प्रेरणा भी मिलती है। हमें उम्मीद है कि ये छात्र चिकित्सा में अपनी पहचान बना सकेंगे और समाज की सेवा करेंगे।

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टीम खर्चा पानी, (काजल शर्मा)

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