देहरादून: सीएम धामी ने युवा संवाद कार्यक्रम में ग्राउंड जीरो पर रहने की महत्ता पर जताई अपनी राय
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार रात्रि को राजपुर रोड देहरादून स्थित होटल में समाचार चैनल चढ़ दी कला द्वारा आयोजित युवा संवाद कार्यक्रम में प्रतिभाग किया तथा विभिन्न मुद्दों पर अपने विचार व्यक्त किये। कार्यालय से निर्देश जारी करने से ज्यादा जरूरी है ग्राउंड जीरो पर रहना-सीएम धामी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा […] The post Dehradun:-समाचार चैनल चढ़ दी कला द्वारा आयोजित युवा संवाद कार्यक्रम में शामिल हुए सीएम धामी कहा-कार्यालय से निर्देश जारी करने से ज्यादा जरूरी है ग्राउंड जीरो पर रहना appeared first on संवाद जान्हवी.

देहरादून: सीएम धामी ने युवा संवाद कार्यक्रम में ग्राउंड जीरो पर रहने की महत्ता पर जताई अपनी राय
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कम शब्दों में कहें तो, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार रात को राजपुर रोड, देहरादून के एक होटल में समाचार चैनल 'चढ़ दी कला' द्वारा आयोजित युवा संवाद कार्यक्रम में भाग लिया। इस अवसर पर उन्होंने कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर अपने विचार साझा करते हुए कहा कि कार्यालय से निर्देश जारी करने की बजाए ग्राउंड जीरो पर रहना अधिक आवश्यक है।
ग्राउंड जीरो पर होना क्यों है महत्वपूर्ण
सीएम धामी ने अपने भाषण में इस बात पर जोर दिया कि संकट के समय में सीधे घटनास्थल पर रहना आवश्यक है। उन्होंने कहा, "यह महत्वपूर्ण है कि हम कार्यालय से आदेश देने के बजाय ग्राउंड जीरो पर मौजूद रहें।" उन्होंने इस दृष्टिकोण को विशेष रूप से धाराली आपदा और सिलखीरा संकट से निबटने के संदर्भ में रेखांकित किया। इसके साथ ही, उन्होंने उच्च अधिकारियों कोका निर्देश दिया कि वे आपदा प्रभावित क्षेत्रों में कैंप स्थापित करें ताकि स्थिति की सीधे निगरानी की जा सके।
समरसता के लिए यूसीसी का कार्यान्वयन
समाज सुधारों की एक व्यापक चर्चा में, सीएम धामी ने उत्तराखंड में यूनिफार्म सिविल कोड (यूसीसी) के कार्यान्वयन पर ध्यान केंद्रित किया। उन्होंने कहा कि यह कोड राज्य के सभी निवासियों के लिए समानता और न्याय की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है। "यह कानून किसी धर्म या समुदाय को लक्षित नहीं करता, बल्कि यह प्राचीन प्रथाओं को समाप्त करने और सभी धर्मों के लिए महिलाओं के समान अधिकार सुनिश्चित करने के लिए है," उन्होंने कहा।
परीक्षाओं में पारदर्शिता के लिए कड़ा एंटी-कापींग कानून
सीएम धामी ने उत्तराखंड में परीक्षाओं में पारदर्शिता बढ़ाने के लिए एक मजबूत एंटी-कापींग कानून के कार्यान्वयन पर भी जोर दिया। "उत्तराखंड में भारत का सबसे कड़ा एंटी-कापींग कानून है, जो यह सुनिश्चित करता है कि परीक्षाएं निष्पक्ष रूप से आयोजित की जाएं। बीते चार वर्षों में, 25,000 से अधिक युवाओं ने सरकारी नौकरियां हासिल की हैं, जो युवाओं में एक नई आत्मविश्वास का संकेत है," उन्होंने कहा।
विकसित उत्तराखंड के प्रति प्रतिबद्धता
मुख्यमंत्री ने विकसित भारत के अपने दृष्टिकोण को सामने रखते हुए कहा कि उत्तराखंड इस मिशन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए प्रयासरत है। "हमारा विकास केवल एक लक्ष्य नहीं बल्कि समाज, नागरिकों और राज्य के हर क्षेत्र की प्रगति द्वारा प्राप्त वास्तविकता है," उन्होंने कहा, जो विकास के प्रति एक सक्रिय दृष्टिकोण को दर्शाता है।
इस कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री सुभोध उनियाल, पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल Nishank, और देहरादून के मेयर सौरभ थापलियाल जैसे प्रमुख व्यक्तित्व भी मौजूद थे। यह संवाद मुख्यमंत्री की युवाओं के साथ जुड़ने की रणनीति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिससे उनकी आवाजें राज्य के निर्णय प्रक्रिया में सुनाई दें।
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टीम खर्चा पानी
- पूजा शर्मा
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