जैन धर्म: अहिंसा का सच्चा प्रतीक- मुख्यमंत्री धामी ने जैन समाज सम्मेलन में दी मदद का आश्वासन

उत्तराखंड समग्र जैन समाज सम्मेलन का आयोजन श्री दिगम्बर जैन पंचायती मंदिर एवं जैन भवन...

Sep 9, 2025 - 18:34
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जैन धर्म: अहिंसा का सच्चा प्रतीक- मुख्यमंत्री धामी ने जैन समाज सम्मेलन में दी मदद का आश्वासन
उत्तराखंड समग्र जैन समाज सम्मेलन का आयोजन श्री दिगम्बर जैन पंचायती मंदिर एवं जैन भवन...

जैन धर्म: अहिंसा का सच्चा प्रतीक- मुख्यमंत्री धामी ने जैन समाज सम्मेलन में दी मदद का आश्वासन

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कम शब्दों में कहें तो, उत्तराखंड समग्र जैन समाज सम्मेलन में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जैन धर्म को अहिंसा का धर्म मानते हुए समाज की एकता की प्रशंसा की और जैन कल्याण बोर्ड के गठन का आश्वासन दिया।

हाल ही में उत्तराखंड समग्र जैन समाज सम्मेलन का आयोजन श्री दिगम्बर जैन पंचायती मंदिर एवं जैन भवन में किया गया। इस विशेष अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि जैन धर्म ने अहिंसा को वीरता का धर्म माना है। उन्होंने जैन समाज की संगठन और सामाजिक एकता की प्रशंसा की और सुझाव दिया कि जैन कल्याण बोर्ड का गठन किया जाए, जिस पर गंभीरता से विचार किया जाएगा।

मुख्यमंत्री धामी ने यह भी विश्वास व्यक्त किया कि जैन समाज उत्तराखंड के विकास में अपना योगदान देते रहेगा। सम्मेलन की शुरुआत जैन मिलन महिला एकता की महिलाओं के द्वारा गीत गायन से की गई। इस सम्मेलन में उत्तराखंड समेत देशभर के 31 शहरों से धर्मप्रेमी अनुयायी शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने आचार्य श्री 108 सौरभ सागर मुनि महाराज के जीवन को संयम, त्याग और अहिंसा का प्रतीक बताया और कहा कि धर्मगुरु समाज को नई राह दिखाते हैं।

समाज के योगदान पर जोर

मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि वर्तमान में राज्य सरकार धर्मांतरण विरोधी एवं दंगा विरोधी कानूनों को लागू कर रही है और प्रदेश में अवैध कब्जों से सरकारी भूमि को मुक्त कराने का कार्य कर रही है। उन्होंने एक जनवरी 2026 से केवल उसी मदरसे को मान्यता दिए जाने की बात की जो बोर्ड द्वारा संचालित होंगे।

सम्मेलन में उपाध्याय रविंद्र मुनि और ज्योतिष दिवाकर राजेश मुनि ने भी कहा कि जैन समाज ने सदैव राष्ट्र हित, शिक्षा, संस्कृति, तथा सद्भावना के कार्यों में अग्रणी भूमिका निभाई है। यद्यपि जैन समाज की जनसंख्या सीमित है, लेकिन उनके योगदान को शिक्षा, स्वास्थ्य, व्यापार और सेवा के क्षेत्रों में अत्यधिक प्रभावशाली माना जाता है।

इस सम्मेलन में प्रमुख व्यक्तियों में राजपुर रोड के विधायक खजानदास, धर्मपुर विधायक विनोद चमोली, पद्मश्री डा. आरके जैन, जैन समाज के अध्यक्ष सुखमाल जैन, महामंत्री लोकेश जैन, प्रवीण जैन, अमित जैन, सचिन जैन, श्रवण जैन, ओम जैन और अन्य उपस्थित रहे।

सौरभसागर महाराज का संदेश

आरक्षण नहीं संरक्षण चाहता है जैन समाज: सौरभसागर महाराज

आचार्य श्री 108 सौरभसागर महाराज ने इस अवसर पर कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का नेतृत्व तनावमुक्त उत्तराखंड और समरस समाज की दिशा में अग्रसर है। उन्होंने ज़ैन समाज की ओर से अपील की कि वर्तमान में उन्हें आरक्षण नहीं बल्कि संरक्षण की आवश्यकता है। जनशक्ति के अच्छे आचार और विचार से जैन संस्कृति का विकास होता है, तथा यह समाज हमेशा से शांति का पालन करते हुए अन्य को भी यही संदेश देता आया है।

उन्होंने जताया कि जैन समाज अपने सिद्धांतों के प्रति दृढ़ है और वे चाहते हैं कि भारत में हर जगह शांति और एकता बनी रहे। जैन समाज का यह संदेश वर्तमान समय में सभी के लिए महत्वपूर्ण है।

समापन टिप्पणी: जैन धर्म की तत्त्वों पर आधारित यह सम्मेलन इस बात का प्रमाण है कि कैसे समुदाय एकजुट होकर समाज में अहिंसा और शांति की अलख जगाने में सहायक हो सकता है।

इस तरह के सम्मेलन न केवल धार्मिक एकता को बढ़ावा देते हैं, बल्कि समाजिक समरसता की दिशा में भी महत्वपूर्ण कदम हैं। अधिक जानकारी के लिए यहां क्लिक करें।

धन्यवाद, टीम खर्चा पानी - राधिका शर्मा

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