कांग्रेस नेता की अभद्र टिप्पणी पर भाजपा ने उठाए सवाल, सीएम धामी की कड़ी प्रतिक्रिया

राहुल के मंच से पीएम मोदी की स्वर्गीय मां के लिए अभद्र भाषा के इस्तेमाल...

Aug 30, 2025 - 00:34
 158  501.8k
कांग्रेस नेता की अभद्र टिप्पणी पर भाजपा ने उठाए सवाल, सीएम धामी की कड़ी प्रतिक्रिया
राहुल के मंच से पीएम मोदी की स्वर्गीय मां के लिए अभद्र भाषा के इस्तेमाल...

कांग्रेस नेता की अभद्र टिप्पणी पर भाजपा ने उठाए सवाल, सीएम धामी की कड़ी प्रतिक्रिया

Breaking News, Daily Updates & Exclusive Stories - Kharchaa Pani

कम शब्दों में कहें तो, इस सप्ताह भारतीय राजनीति में बहस का एक नया अध्याय खुला है जब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दिवंगत मां के लिए अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया। इस बयान के तुरंत बाद भाजपा ने कांग्रेस पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की, वहीं उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस विवाद पर कड़ी चोट की है।

कांग्रेस का असली चेहरा उजागर

राहुल गांधी ने जिस भाषा का इस्तेमाल किया, उसे भाजपा ने कांग्रेस का असली, नफरती चेहरा बताया है। मुख्यमंत्री धामी का कहना है कि किसी भी नेता द्वारा पीएम मोदी की मां के प्रति ऐसी अपमानजनक बातें करना न केवल राजनीति की निचली कूटनीति है बल्कि भारतीय संस्कृति और नारी को सम्मान देने के सिद्धांतों पर भी एक गहरा प्रहार है।

राजनीति की गरिमा का उल्लंघन

सीएम धामी ने कहा, "राजनीति में ऐसी अभद्र भाषा का प्रयोग न केवल अनुपयुक्त है बल्कि यह हमारे राजनीतिक संस्कृति के मूल्यों का भी अपमान करता है। लोग ऐसे नेताओं से सकारात्मक राजनीति की अपेक्षा करते हैं, और इस प्रकार के बयानों से जनता में नकारात्मकता का माहौल बनता है।”

भाजपा नेताओं की सख्त प्रतिक्रिया

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने इस टिप्पणी को अभूतपूर्व बताते हुए कहा कि यह एक ऐसा जुर्म है जिसे जनता कभी माफ नहीं करेगी। उन्होंने जानकारी दी कि बिहार में कांग्रेस की वोट अधिकार यात्रा के दौरान तेजस्वी और राहुल ने अभद्र भाषा का प्रयोग किया, जिसे सार्वजनिक तौर पर नहीं दोहराया जा सकता। उनके अनुसार, यह नफरत भरी राजनीति जनता में गुस्सा और आक्रोश पैदा कर रही है।

आगामी चुनाव में जनता का जवाब

सीएम धामी ने इस बात पर भरोसा जताया कि अगले चुनाव में जनता इस प्रकार की नफरत भरे बयानों का सख्त जवाब देगी। भाजपा नेताओं का मानना है कि कांग्रेस की इस तरह की राजनीति उन पराजयों का प्रतीक है, जो कि धीरे-धीरे जनता का विश्वास खोने का कारण बन रही है।

इस विवाद के बीच, तेजस्वी और राहुल गांधी ने ऐसे कई नेताओं को अपने मंच पर बुलाया जो भारतीय संस्कृति के प्रतीक नहीं माने जाते हैं। इसके बावजूद कांग्रेस की यात्रा की सफलता पर सवाल उठने लगे हैं। भाजपा के नेताओं का कहना है कि इस तरह की विकृत राजनीति केवल चुनावी समीकरणों में बदलाव ला सकती है।

निष्कर्ष

अभद्र भाषा का यह मुद्दा भारतीय राजनीति में न केवल वार्तालाप का विषय बना है, बल्कि यह दर्शाता है कि चुनावी राजनीति में नैतिकता का पालन कितना महत्वपूर्ण है। भाजपा और कांग्रेस के बीच की यह बहस न केवल नेतृत्व कौशल को परिलक्षित करती है, बल्कि यह जनता की वास्तविक इच्छाओं को भी उजागर करती है।

इस तरह की घटनाएं भविष्य में भी भारतीय राजनीति में चर्चा का एक कारण बनती रहेंगी। देखना होगा कि आगामी समय में इस परिदृश्य में क्या बदलाव आते हैं।

इस विषय पर और अधिक जानकारी के लिए, हमारे साथ जुड़े रहें और नियमित अपडेट के लिए यहाँ क्लिक करें.

सादर, टीम खर्चा पानी, प्रियंका

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow