सरकारी ज़मीन पर अतिक्रमण रोकने के लिए सशक्त तंत्र की आवश्यकता: मुख्यमंत्री
देहरादून : Encroachment मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह ने कहा कि सरकारी भूमि में अतिक्रमण न हो इसके लिए मजबूत मैकेनिज्म बनाया जाय। सरकारी जमीनों पर अतिक्रमण रोकने और अवैध बिक्री को रोकने के लिए प्रभावी कार्ययोजना बनाई जाए। Jamrani Dam Project : और सौंग बांध पेयजल परियोजना के कार्यों में और तेजी लाई जाए – […] The post Encroachment : सरकारी भूमि में अतिक्रमण न हो इसके लिए मजबूत मैकेनिज्म बनाया जाए : मुख्यमंत्री appeared first on Page Three.

सरकारी ज़मीन पर अतिक्रमण रोकने के लिए सशक्त तंत्र की आवश्यकता: मुख्यमंत्री
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देहरादून: मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने सरकारी ज़मीनों की सुरक्षा के लिए एक सशक्त तंत्र स्थापित करने की आवश्यकता को बल देते हुए कहा है कि सरकारी ज़मीनों पर अतिक्रमण और अवैध बिक्री को रोकने के लिए एक प्रभावी कार्ययोजना बनानी चाहिए। उन्होंने भूमि प्रबंधन मुद्दों पर आयोजित बैठक में यह बात कही।
सरकारी ज़मीन की सुरक्षा का महत्व
अतिक्रमण एक गंभीर समस्या है जो सार्वजनिक संसाधनों की अखंडता को कमजोर करती है और सार्वजनिक कल्याण के लिए निर्धारित मूल्यवान संपत्तियों को बर्बाद कर देती है। मुख्यमंत्री ने इस बात पर बल दिया कि शहरीकरण और बढ़ती जनसंख्या के साथ, अतिक्रमण की समस्या वर्षों से बढ़ती जा रही है। उन्होंने कहा, "हमें तेजी से एक निर्णायक ढाँचा तैयार करना चाहिए जो हमारी सरकारी ज़मीनों की रक्षा सुनिश्चित करे।"
रोकथाम के लिए प्रभावी रणनीतियाँ
बैठक के दौरान भूमि सुरक्षा को बढ़ावा देने और अवैध कब्जे को रोकने के लिए विभिन्न रणनीतियों पर चर्चा की गई। मुख्यमंत्री ने एक समर्पित टास्क फोर्स की स्थापना की सलाह दी जो स्थानीय अधिकारियों के साथ मिलकर अतिक्रमण के मुद्दों की सक्रियता से निगरानी और निपटारा करेगी। यह टास्क फोर्स नियमित निरीक्षण और उल्लंघनकर्ताओं के खिलाफ त्वरित कानूनी कार्रवाई के लिए जिम्मेदार होगी।
साथ ही, जनता को सरकारी ज़मीनों की सुरक्षा के महत्व के बारे में जागरूक करने के लिए सामुदायिक जागरूकता कार्यक्रमों की योजना बनाई गई है। "जन जागरूकता अतिक्रमण को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है," श्री धामी ने कहा। उन्होंने नागरिकों से सरकारी ज़मीनों से संबंधित किसी भी अवैध गतिविधि की रिपोर्ट करने की अपील की, ताकि भूमि सुरक्षा के लिए एक सामुदायिक दृष्टिकोण को बढ़ावा दिया जा सके।
चल रहे विकास परियोजनाओं से संबंध
भूमि सुरक्षा पहलों के साथ-साथ, मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को जमरानी डैम परियोजना और सौंग डैम पेयजल योजना जैसे महत्वपूर्ण बुनियादी ढाँचे की परियोजनाओं पर काम को तेज़ी से आगे बढ़ाने के निर्देश दिए। "हमें सुनिश्चित करना चाहिए कि हमारे विकासात्मक प्रोजेक्ट अतिक्रमणों से बाधित न हों, क्योंकि ये हमारे राज्य की प्रगति के लिए महत्वपूर्ण हैं," उन्होंने कहा।
निष्कर्ष: कार्रवाई की कॉल
मुख्यमंत्री द्वारा अतिक्रमण रोकने के लिए एक सशक्त तंत्र की आवश्यकता के बारे में व्यक्त की गई तात्कालिकता इस समस्या की गंभीरता को दर्शाती है। यह प्रशासन के लिए राज्य संपत्तियों की अवैध कब्जे से सुरक्षा के लिए ठोस कार्रवाई करने का एक महत्वपूर्ण क्षण है। इन पहलों के आगे बढ़ने के साथ, सरकार, स्थानीय निकायों और नागरिकों के बीच सहयोग भविष्य की पीढ़ियों के लिए सरकारी ज़मीनों की पवित्रता को बनाए रखने में महत्वपूर्ण होगा।
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– टीम खर्चा पानी
(सीमा शर्मा)
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