धामी सरकार की नई पहल: जलसखी योजना से ग्रामीण पेयजल आपूर्ति में बदलाव

देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की पहल पर 2022 में शुरु लखपति दीदी योजना के तहत अब तक, उत्तराखंड में 1.63 लाख महिलाओं की सालाना आय एक लाख के पार पहुंचाई जा चुकी है। अपने पांचवें वर्ष में सरकार अब … read more

Jul 1, 2025 - 00:34
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धामी सरकार की नई पहल: जलसखी योजना से ग्रामीण पेयजल आपूर्ति में बदलाव

धामी सरकार की नई पहल: जलसखी योजना से ग्रामीण पेयजल आपूर्ति में बदलाव

देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में शुरू की गई लखपति दीदी योजना के तहत 2022 से अब तक उत्तराखंड में 1.63 लाख महिलाओं की सालाना आय एक लाख के पार पहुँच गई है। इस सफलता के बाद, सरकार अब ग्रामीण महिलाओं की आजीविका में सुधार करने के लिए एक और नयी योजना, जलसखी लेकर आ रही है।

जलसखी योजना का उद्देश्य

जलसखी योजना का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल आपूर्ति में सुधार करना है। इसके तहत महिला स्वयं सहायता समूहों को पेयजल वितरण और बिलिंग का कार्य सौंपने की तैयारी की गई है। हर घर नल योजना के तहत अब उत्तराखंड अपने लक्ष्य के करीब पहुँच गया है, और जलापूर्ति की व्यवस्था को और सुदृढ़ किया जाएगा।

महिला समूहों की महत्वपूर्ण भूमिका

इस योजना के तहत महिला स्वयं सहायता समूहों को ग्रामीण क्षेत्रों में नए कनेक्शन प्रदान करने, बिल वितरण, सुधार, बिल वसूली, और योजनाओं के रखरखाव का कार्य आउटसोर्स किया जाएगा। यह पहल न केवल महिलाओं को नया आय का स्रोत प्रदान करेगी, बल्कि उन्हें नल जल मित्र के रूप में प्रशिक्षित भी करेगी।

प्रोत्साहन और प्रशिक्षण के अवसर

इस योजना के पायलट प्रोजेक्ट में महिला स्वयं सहायता समूहों को प्रति बिल 10 रुपए का प्रोत्साहन दिया जाएगा, और उन्हें राजस्व का एक निश्चित हिस्सा भी मिलेगा। इसके साथ, वे पेयजल गुणवत्ता की जांच के लिए किट्स प्राप्त करेंगे, जिससे उन्हें अपने कार्यों में बेहतर गुणवत्ता सुनिश्चित करने का अवसर मिलेगा।

लखपति दीदी योजना की प्रगति

लखपति दीदी योजना का लक्ष्य था स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी 5 लाख महिलाओं की सालाना आय को एक लाख के पार पहुँचाना, और इस योजना के सफल कार्यान्वयन में 1.63 लाख महिलाएं अब लखपति बन चुकी हैं। यह योजना न केवल आर्थिक स्थिरता, बल्कि महिलाओं के सामाजिक सशक्तिकरण में भी सहायक साबित हुई है।

महिला सशक्तिकरण की दिशा में ठोस कदम

मुख्यमंत्री सशक्त बहना उत्सव योजना भी महिलाओं के लिए एक महत्वपूर्ण पहलकदमी है, जिसके तहत लगभग 30,000 महिलाओं ने लाभ उठाया है, और उन्होंने कुल मिलाकर 4 करोड़ 93 लाख 36 हजार रुपए का कारोबार किया है।

समुदाय के विकास में महिला समूहों का योगदान

सरकार का उद्देश्य महिलाओं को हर स्तर पर सशक्त बनाना है, जिससे ग्रामीण महिलाओं को आर्थिक दृष्टि से बेहतर अवसर मिल सके। जलसखी योजना उनकी आजीविका में एक महत्वपूर्ण बदलाव ला सकती है और समुदाय के विकास में बड़ा योगदान दे सकती है।

”यह योजना महिलाओं की आर्थिकी सुधारने के लिए गेम चेंजर साबित हो सकती है।” - पुष्कर सिंह धामी, मुख्यमंत्री उत्तराखंड

जलसखी योजना का स्वागत किया जा रहा है और इसके सफल क्रियान्वयन के लिए समाज के सभी वर्गों का सहयोग आवश्यक है। यह योजना न केवल महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि पूरे ग्रामीण इलाकों की पेयजल समस्या का समाधान भी कर सकती है।

कम शब्दों में कहें तो, जलसखी योजना ग्रामीण पेयजल आपूर्ति में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ाने के साथ-साथ उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार लाने का एक महत्वपूर्ण कदम है। इसके सफल कार्यान्वयन के लिए सरकार और समाज का सहयोग आवश्यक है। अधिक जानकारी के लिए, यहाँ क्लिक करें.

सादर,
टीम ख़र्चा पानी, सृष्टि शर्मा

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