उत्तराखंड में बारिश की जिद, बिजली उत्पादन आधा; टरबाइन की रफ्तार थमी

उत्तराखंड में लगातार हो रही भारी बारिश का असर अब विद्युत उत्पादन पर भी पड़...

Sep 5, 2025 - 00:34
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उत्तराखंड में बारिश की जिद, बिजली उत्पादन आधा; टरबाइन की रफ्तार थमी
उत्तराखंड में लगातार हो रही भारी बारिश का असर अब विद्युत उत्पादन पर भी पड़...

उत्तराखंड में बारिश की जिद, बिजली उत्पादन आधा; टरबाइन की रफ्तार थमी

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कम शब्दों में कहें तो, उत्तराखंड में लगातार हो रही भारी बारिश ने राज्य के विद्युत उत्पादन पर गहरा असर डाला है, जिससे टरबाइन की रफ्तार थम गई है। इस नई स्थिति ने पावर परियोजनाओं को संकट में डाल दिया है।

उत्तराखंड में समय-समय पर होने वाली भारी बारिश अब विद्युत उत्पादन पर भी अपना असर दिखा रही है। उत्तराखंड जल विद्युत निगम (यूजेवीएनएल) के अधिकांश पावर हाउसों में नदियों के उफान और बढ़ी गाद के कारण टरबाइन की गति थम गई है। 30 अगस्त को कुल विद्युत उत्पादन 23.715 मिलियन यूनिट था, लेकिन एक सितंबर तक यह संख्या घटकर 12.474 मिलियन यूनिट पर पहुंच गई। इस दौरान कुल उत्पादन हानि भी बढ़कर 13.853 मिलियन यूनिट हो गई।

बारिश का प्रभाव और स्थितियां

लगातार हो रही बारिश के चलते पहाड़ों से लेकर मैदान तक नदियां उफान पर हैं और उनके साथ आ रही गाद ने कई विद्युत गृहों में टरबाइन को बंद करने पर मजबूर कर दिया है। इससे छिबरो, खोदरी, चीला, ढालीपुर समेत कई अन्य परियोजनाओं में बिजली उत्पादन बुरी तरह प्रभावित हुआ है।

उपभोक्ताओं के लिए राहत

हालांकि, एक सकारात्मक पहलू यह है कि अधिक गर्मी ना होने की वजह से बिजली की खपत में कमी आई है। इसके अलावा, ऊर्जा निगम को केंद्र से भी आवश्यक बिजली की सप्लाई मिल रही है। यही वजह है कि फिलहाल प्रदेश में बिजली की कमी का संकट नहीं है। ऊर्जा निगम बाजार से भी आवश्यकतानुसार बिजली खरीद रहा है, जिससे स्थिति थोड़ी контроль में है।

भविष्य के लिए तैयारी

हालांकि स्थिति वर्तमान में नियंत्रण में है, लेकिन प्राकृतिक आपदाओं के मद्देनजर हमेशा के लिए सतर्क रहना आवश्यक है। राज्य में प्रबंधन और अध्ययन को और बेहतर बनाने के लिए आवश्यक है कि मौसम की भविष्‍यवाणी और जलसंरक्षण के उपायों पर ध्यान दिया जाए।

यही नहीं, हमें यह भी आशा करनी चाहिए कि ऐसी मौसम की स्थिति की पुनरावृत्ति से निपटने के लिए राज्य के पास पर्याप्त संसाधन होंगे। वर्तमान में जो हालात हैं, वे यह दर्शाते हैं कि जलवायु परिवर्तन और असामान्य मौसम हमारे ऊर्जा सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़ा कर रहा है।

अंत में, हमें उम्मीद है कि स्थानीय सरकारी निकाय और संबंधित विभाग इन चुनौतियों का सामना करने के लिए निरंतर प्रयास करेंगे।

उम्मीद है कि जिन लोगों ने इससे प्रभावित हुआ है, उन्हें जल्द ही राहत मिलेगी।

अधिक अपडेट्स के लिए, यहाँ क्लिक करें.

-- टीम खर्चा पानी, साक्षी शर्मा

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