उत्तरकाशी के धराली गांव में बादल फटने से तबाही, 50 से ज्यादा लोग लापता, रेस्क्यू अभियान जारी
उत्तरकाशी के धराली में बादल फटने से भारी तबाही की खबर है। जिसमें कई लोगों की मौत की खबर है साथ ही कई लोग लापता बताए जा रहे है। यह दुःख घटना मंगलवार सुबह खीर गंगा में बादल फटने के बाद हुआ है। जहां 34 सेकेंड में पहाड़ों से तेज रफ्तार में पानी के साथ […] The post Cloud Burst in Uttarkashi:-उत्तरकाशी के धराली गांव में बादल फटने से भारी तबाही,कई लोगों की मौत,50 से ज्यादा लापता,रेस्क्यू जारी,पीएम मोदी ने सीएम धामी से फोन पर ली जानकारी appeared first on संवाद जान्हवी.

उत्तरकाशी के धराली में बादल फटने से तबाही
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कम शब्दों में कहें तो, उत्तरकाशी के धराली गांव में बादल फटने की घटना ने भारी तबाही मचाई है। आए इस दुखद घटना में कई लोगों की मौत हुई है और 50 से ज्यादा लोग लापता बताए जा रहे हैं। यह घटना मंगलवार सुबह खीर गंगा क्षेत्र में घटित हुई, जब कुछ ही सेकंड में पानी की तेज बाढ़ ने क्षेत्र को अपने आगोश में ले लिया।
घटना का सारांश
यह प्राकृतिक आपदा, जो बादल फटने के कारण हुई, ने धराली गांव में भारी तबाही मचाई है। प्रारंभिक रिपोर्टों में चार लोगों के मौत की पुष्टि हुई है और लापता व्यक्तियों की संख्या बढ़ने की खबरें आ रही हैं। इस कठिनाई के समय में, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF), राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF), और सेना की टीमें बचाव कार्य में जुटी हुई हैं।
बादल फटने का प्रभाव
इस आपदा ने धराली गांव में भारी बाढ़ का रूप ले लिया, जो कि गंगोत्री धाम के तीर्थयात्रियों के लिए एक महत्वपूर्ण पड़ाव है। इस बाढ़ के चलते 20 से अधिक होटल और होमस्टे नष्ट हो गए हैं। eyewitness के अनुसार, 10-12 श्रमिक अब भी मलबे में फंसे हो सकते हैं। जिलाधिकारी प्रशांत कुमार आर्य ने इस त्रासदी की पुष्टि करते हुए कहा कि वे बचाव दल के साथ समन्वय कर रहे हैं।
सरकारी प्रतिक्रिया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घटना पर शोक व्यक्त किया और प्रभावित परिवारों को सहायता का आश्वासन दिया। उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से फोन पर बात की और केंद्र सरकार की ओर से तेजी से राहत पहुंचाने का आश्वासन दिया।
राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह ने भी इस कष्टदायक घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया और पीड़ित परिवारों की सुरक्षा के लिए प्रार्थना की।
केंद्र सरकार की प्रतिबद्धता
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी इस आपदा पर संवेदना व्यक्त की और प्रभावी बचाव कार्यों की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने मुख्यमंत्री धामी के साथ निरंतर संवाद बनाए रखा है ताकि राज्य को सभी आवश्यक समर्थन प्रदान किया जा सके।
मुख्यमंत्री धामी ने स्थिति की गंभीरता को समझते हुए अपने निर्धारित कार्यों को स्थगित कर दिया है, ताकि राहत प्रयासों की निगरानी कर सकें। भारत सरकार की आपातकालीन टीमें सक्रिय रूप से बचाव कार्यों में जुटी हुई हैं।
वर्तमान स्थिति और चल रहे प्रयास
बचाव दल, चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों के बीच, लगातार काम कर रहे हैं ताकि उन लोगों को ढूंढ सकें जो बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। स्थानीय प्रशासन सभी प्रयासों का समन्वयन कर रहा है ताकि बचाव कार्यों की प्रभावशीलता को अधिकतम किया जा सके और प्रभावित निवासियों को आवश्यक सहायता प्रदान की जा सके।
निष्कर्ष: एकजुटता और समर्थन की मांग
यह दुःखद घटना प्रकृति की अप्रत्याशित भंकरता का एक स्पष्ट संकेत है। जैसे-जैसे हालात विकसित होते हैं, यह आवश्यक है कि समुदाय एकजुट होकर प्रभावित लोगों का समर्थन करें और बचाव कार्यों में मदद करें ताकि इस आपदा के प्रभाव को कम किया जा सके। सरकार और स्थानीय प्रशासन बचाव कार्यों की प्रगति के दौरान वास्तविक समय में जानकारी प्रदान करते रहेंगे। अधिक अपडेट्स के लिए, kharchaapani.com पर जाएं।
टीम ख़र्चा पानी
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