आपदा से नुकसान पर सीएम की सख्त नज़र: सड़कों, पुलों और जल निकायों का रखा जाएगा ध्यान

सर्किट हाउस काठगोदाम, हल्द्वानी में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज आपदा से हुई क्षति, विद्युत, पेयजल और मोटर मार्गों की अद्यतन स्थिति की उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार प्रभावित जनता के साथ खड़ी है … read more

Sep 20, 2025 - 00:34
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आपदा से नुकसान पर सीएम की सख्त नज़र: सड़कों, पुलों और जल निकायों का रखा जाएगा ध्यान

आपदा से नुकसान पर सीएम की सख्त नज़र: सड़कों, पुलों और जल निकायों का रखा जाएगा ध्यान

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कम शब्दों में कहें तो, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने स्पष्ट किया है कि राज्य सरकार आपदा से प्रभावित जनता के साथ खड़ी है और अब आपदा से हुए नुकसान को नजरअंदाज नहीं किया जाएगा।

सर्किट हाउस काठगोदाम, हल्द्वानी में मुख्यमंत्री ने आज आपदा से हुई क्षति, विद्युत, पेयजल और मोटर मार्गों की अद्यतन स्थिति की उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की। इस बैठक में उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि राहत और पुनर्निर्माण कार्यों को प्राथमिकता के साथ अंजाम दिया जाए। सीएम धामी ने कहा, "सरकार इस बात पर ध्यान देगी कि जनता त्वरित राहत प्राप्त करे और पुनर्निर्माण कार्य समय पर पूरे हों।"

आपदा का व्यापक अंतराल: विवरण

बैठक के दौरान मंडलायुक्त और जिलाधिकारी ने मुख्यमंत्री को आपदा से हुई क्षति की विस्तृत जानकारी दी। उन्होने बताया कि नैनीताल की लोअर मॉल रोड धंसने, बागेश्वर में पुलों की क्षति, ओखलकांडा और धारी ब्लॉक मार्गों के अवरोध तथा राष्ट्रीय राजमार्गों पर भूस्खलन जैसी गंभीर चुनौतियाँ विद्यमान हैं। जिलाधिकारी ने कहा कि नैनीताल जिले में आपदा से हुई कुल क्षति का आकलन लगभग 443 करोड़ रुपये किया गया है, जो कि भारत सरकार की आपदा विश्लेषण टीम को प्रस्तुत किया गया है।

राहत कार्यों का त्वरित आह्वान

मुख्यमंत्री धामी ने बैठक में कहा कि इस वर्ष असामान्य वर्षा और भूस्खलन के कारण राज्य के लगभग सभी जनपद प्रभावित हुए हैं और आपदा का असर दो से तीन गुना अधिक देखने को मिला है। उन्होंने अधिकारियों को आदेश दिया कि केंद्र सरकार से आवंटित सहयोग और राज्य के संसाधनों का उपयोग कर राहत एवं पुनर्निर्माण कार्यों को तेज किया जाए।

सीएम ने यह भी स्पष्ट किया कि हर विभाग और अधिकारी अपनी जिम्मेदारी तय करे और कार्य समयबद्ध रूप से पूरा करे। उन्होंने कहा, "जिम्मेदारी तय होगी और लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।" इसके साथ ही, उन्होंने एक माह के भीतर सड़कों का पैचवर्क पूरा करने, जल निकायों के मार्गों को संरक्षित करने और अतिक्रमण हटाने की आवश्यकता पर बल दिया।

स्वास्थ्य विभाग की भूमिका

मुख्यमंत्री ने कहा कि मानसून में जलभराव की स्थिति उत्पन्न होती है, जिससे जलजनित रोगों की समस्याएँ बढ़ जाती हैं। इसके रोकथाम हेतु स्वास्थ्य विभाग को तत्परता से कार्य करने की आवश्यकता है। उन्होंने सभी चिकित्सा केंद्रों में आवश्यक चिकित्सा सुविधा सुनिश्चित करने और व्यापक तैयारी करने का आदेश दिया।

जन समस्याओं का समाधान

मुख्यमंत्री ने जन समस्याओं के समाधान हेतु जन निवारण शिविर एवं बहुउद्देशीय शिविरों का आयोजन करने हेतु निर्देश दिए। सभी अधिकारी क्षेत्र पंचायतों की बैठकों में अनिवार्य रूप से प्रतिभाग करें और जनता मिलन कार्यक्रम नियमित रूप से संचालित करें।

बैठक में उपस्थित लोग

बैठक में अध्यक्ष जिला पंचायत दीपा दरमवाल, भाजपा जिलाध्यक्ष प्रताप बिष्ट, कालाढूंगी विधायक बंशीधर भगत, लालकुआं विधायक डॉ. मोहन सिंह बिष्ट, रामनगर विधायक दीवान सिंह बिष्ट, भीमताल विधायक राम सिंह केड़ा, रानीखेत विधायक प्रमोद नैनवाल, दायित्वधारी डॉ. अनिल डब्बू, व अन्य मंडलीय अधिकारी उपस्थित रहे।

आगे बढ़ते हुए, मुख्यमंत्री ने कहा कि राहत और पुनर्निर्माण कार्यों में तेजी लाना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने आश्वासन दिया कि सड़कें, जल निकाय और आवासीय क्षेत्र, हर स्तर पर समन्वित प्रयासों के माध्यम से पुनर्निर्माण कार्यों को तेजी से आगे बढ़ाया जाएगा।

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आपका धन्यवाद, टीम ख़र्चा पानी | सोनाली

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